स्पेन में घुसने की कोशिश के दौरान 18 अफ्रीकी प्रवासियों की मौत
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
स्पेन : स्पेन में घुसने की कोशिश के दौरान देश के उत्तर अफ्रीकी एन्क्लेव मेलिला से सटी मोरक्को की सीमा पर बाड़ के पास मची भगदड़ में कम से कम 18 अफ्रीकी प्रवासियों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों पुलिसकर्मियों समेत कई अन्य घायल हो गए। मोरक्को के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुल 133 प्रवासी मोरक्को के नाडोर शहर और मेलिला के बीच की सीमा को पार करने में सफल रहे। पिछले महीने स्पेन और मोरक्को के बीच राजनयिक संबंधों में सुधार के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोगों के सीमा पार करने की घटना सामने आई है।
मेलिला में स्पेन सरकार के कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि लगभग 2,000 लोगों ने सीमा पार करने का प्रयास किया, लेकिन कई को स्पेनिश सिविल गार्ड पुलिस और मोरक्को के सुरक्षाबलों ने बाड़ के दोनों ओर रोक दिया। मोरक्को के गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि लोहे की बाड़ पर चढ़ने की कोशिश के दौरान भगदड़ मच गई, जिससे पांच प्रवासियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि लगभग 76 प्रवासी और मोरक्को के 140 सुरक्षा अधिकारी घायल हो गए। मोरक्को की घायल प्रवासियों में से 13 की बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो पर पहुंच गई।
हालांकि, मोरक्को के मानवाधिकार संघ ने घटना में 27 लोगों की मौत होने का दावा किया है। वहीं, स्पेन के अधिकारियों ने कहा कि 49 सिविल गार्ड्स को मामूली चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि कुछ प्रवासियों ने पत्थर फेंके, जिससे पुलिस के चार वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। जो लोग सीमा पार करने में सफल रहे, वे एक स्थानीय प्रवासी केंद्र पहुंचे, जहां प्राधिकारी उनकी परिस्थितियों का मूल्यांकन करने में जुटे हैं। गरीबी और हिंसा की वजह से अफ्रीका से पलायन करने वाले लोग कभी-कभी यूरोप में घुसने के लिए बड़े पैमाने पर उत्तरी अफ्रीकी तट, मेलिला और स्पेन के अन्य क्षेत्रों तक पहुंचने का प्रयास करते हैं।
प्रवासियों को सीमा से दूर रखने के लिए स्पेन ज्यादातर मोरक्को पर निर्भर रहा है। स्पेन के अधिकारियों के मुताबिक, मार्च की शुरुआत में दो दिनों में 3,500 से अधिक लोगों ने मेलिला में लगे छह मीटर ऊंचे अवरोधक को पार करने की कोशिश की थी और लगभग 1,000 इसे पार करने में सफल भी रहे थे। मार्च में स्पेन और मोरक्को के बीच संबंधों में सुधार के बाद प्रवासियों द्वारा सीमा लांघने का यह पहला प्रयास था।
(जी.एन.एस)