आपरेशन ध्वस्त : एनआईए ने आठ राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में मारे कुल 324 स्थानों पर छापे
इंद्र वशिष्ठ
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( एनआईए) ने आतंकियों, बदमाशों और मादक पदार्थ तस्करों के गठजोड़ को खत्म करने के लिए बुधवार को ‘आपरेशन ध्वस्त’ चलाया.
324 ठिकानों पर छापे- आपरेशन ध्वस्त के दौरान हरियाणा और पंजाब पुलिस के साथ मिलकर एनआईए ने आठ राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 324 स्थानों पर छापे मारे.
इनमें से एनआईए ने 129, पंजाब पुलिस ने 143 और हरियाणा पुलिस ने 52 स्थानों पर छापे मारे. छापेमारी में 39 लाख रुपए, हथियार, दस्तावेज बरामद हुए है. कई संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है.
पंजाब में अबोहर, मोगा, फाजिल्का, लुधियाना, मोहाली, फिरोजपुर, तरन तारन, फरीदकोट, रुप नगर, अमृतसर, पटियाला, बरनाला और जालंधर जिले.
हरियाणा में गुरुग्राम, यमुना नगर, अंबाला, रोहतक, सिरसा, कुरुक्षेत्र और झज्जर जिले.
राजस्थान में श्रीगंगानगर, चुरु, बीकानेर और जयपुर जिले,
उत्तर प्रदेश में बागपत, मेरठ, लखनऊ.
मध्यप्रदेश में भिंड और बरवानी जिले.
दिल्ली में द्वारका, उत्तर जिला, उत्तर पूर्वी जिला, दक्षिण पुर्वी जिला, आउटर और आउटर नार्थ जिले में छापे मारे गए गए.
आतंकी गठजोड़ पर प्रहार- एनआईए की छापे मारी का मकसद आतंकवादी अर्श डल्ला, बदमाश लारेंस बिश्नोई, छेनू पहलवान, दीपक तीतर, भूपी राना, विकास लगरपुरिया, आशीष चौधरी, गुरप्रीत सेखों, दिल प्रीत बाबा, हरसिमरत सिम्मा और अनुराधा के आतंकी गठजोड़ को खत्म करना है. एनआईए ने आतंकियों, बदमाशों और तस्करों के गठजोड़ को हथियार सप्लाई करने वालों, फायनान्सरो, हवाला कारोबारी और बुनियादी सुविधा, मदद उपलब्ध कराने वालों के यहां पर छापे मारे. एक पिस्तौल, कारतूस, 60 मोबाइल फोन, 5 डीवीडी, 20 सिम कार्ड,पेन ड्राइव, दस्तावेज और 39 लाख 60 हजार रुपए बरामद हुए.
छठा अभियान- एनआईए द्वारा गठजोड़ को खत्म करने के लिए छापे मारी का यह छठा अभियान चलाया गया है. एनआईए द्वारा पहले 231 स्थानों पर छापे मारे गए थे.
माफिया नेटवर्क- एनआईए ने अगस्त 2022 में यूएपीए के तहत 3 प्रमुख संगठित अपराध सिंडिकेट के खिलाफ मामले दर्ज किए थे, जिन्होंने उत्तरी भारत के राज्यों में अपने माफिया शैली के नेटवर्क को फैलाया था.यह माफिया गायक सिद्धू मूसेवाला, महाराष्ट्र के बिल्डर संजय बियानी और पंजाब में एक अंतरराष्ट्रीय कबड्डी आयोजक संदीप नंगल अंबिया की हत्या और व्यापारियों से बड़े पैमाने पर जबरन वसूली जैसे सनसनीखेज अपराधों में शामिल है. इनमें से कई साजिशों के मास्टरमाइंड पाकिस्तान और कनाडा सहित विदेशों में या भारत की जेलों में बंद कुख्यात बदमाश है.
जेल में गैंगवार- कई जेलों के इस घातक गठजोड़ के लिए स्वर्ग बन जाने और गैंगवार के केंद्र बनने की खबरें आई. हाल ही में गोइंदवाल जेल और तिहाड़ जेल के अंदर गैंगवार के कारण हत्याएं हुई है.
विदेश से सक्रिय- एनआईए को जांच में पता चला था कि कई अपराधी, जो भारत में गैंगस्टरों का नेतृत्व कर रहे थे, पाकिस्तान, कनाडा, फिलीपींस, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भाग गए थे. भारत की विभिन्न राज्यों की जेलों में बंद अपराधियों के साथ मिलकर वहां से आतंकी गतिविधियों और अपराध की योजना बना रहे थे। ये जबरन वसूली और लक्षित हत्याएं (टार्गेट किलिंग) कर रहे थे, हवाला, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के जरिए अपनी नापाक गतिविधियों के लिए धन जुटा रहे थे।
एनआईए का टारगेट- एनआईए की जांच का उद्देश्य आतंकी ,अपराधी, तस्कर सिंडिकेट की मदद करने वाले बुनियादी ढांचे के महत्वपूर्ण तत्वों की पहचान करना और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करना है। इस तरह के आतंकी नेटवर्क के साथ-साथ उनकी फंडिंग और मददगारों ( सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर) को खत्म करने के लिए जांच जारी है।
संपत्ति कुर्क- एनआईए द्वारा संगठित अपराध सिंडिकेट में शामिल अपराधियों के स्वामित्व वाली संपत्तियों कुर्क भी किया गया है. कुर्क की गई संपत्तियां ‘आतंकवाद की आय’ पाई गईं, जिनका इस्तेमाल आतंकी साजिश रचने और अपराधों को अंजाम देने के लिए किया गया। एनआईए द्वारा आतंकियों और माफिया के ऐसे नेटवर्क और उनके सहायक बुनियादी ढांचे को नष्ट करने और ‘आतंकवाद और अपराध की आय’ से बनाई गई उनकी संपत्तियों को कुर्क करने और जब्त करने का अभियान तेज किया जाएगा.