आदिवासियों के बीच वर्ग संघर्ष पैदा किया जा रहा है, ये बांटो और राज करो की राजनीति है ,जानिए पूरी खबर...
दिल्ली से रायपुर लौटे पूर्व बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस की तुलना ब्रिटिश राज चलाने वाले अंग्रेजों से की है.
रायपुर : दिल्ली से रायपुर लौटे बीजेपी विधायक पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस की तुलना ब्रिटिश राज चलाने वाले अंग्रेजों से की है. उन्होंने कहा कि मोहन मरकाम को पद से हटाना और प्रेमसाय सिंह टेकाम को पद से हटाना/ इससे पता चलता है कि कांग्रेस आदिवासी विरोधी, वनवासी विरोधी और अनुसूचित जनजाति विरोधी पार्टी है. एक आदिवासी को पद से हटाकर दूसरे आदिवासी को पद सौंपना यह भी दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की राजनीति कर रही है।
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अग्रवाल ने आगे कहा कि बस्तर के वरिष्ठ आदिवासी नेता मोहन मरकाम को हटाकर दूसरे आदिवासी नेता सांसद दीपक बैज को यह पद देकर कांग्रेस आदिवासियों को आपस में लड़ने के लिए उकसा रही है. पहले आरक्षण के नाम पर आदिवासियों को धोखा दिया गया 78% में 32% आरक्षण दिया जाएगा और अब आदिवासी नेता मोहन मरकाम प्रेमसाय सिंह टेकाम को पद से हटाकर आदिवासी समाज का अपमान कर रहे हैं। कांग्रेस आदिवासियों को लड़ाकर अपना हित साधने की कोशिश कर रही है |
पिछड़े वर्ग के नेता को कोई तवज्जो नहीं
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- कांग्रेस ने टीएस बाबा को उपमुख्यमंत्री बनाया, किसी पिछड़े वर्ग या अनुसूचित जनजाति के नेता को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया? इससे यह भी पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग का शोषण करने वाली पार्टी है और यह राजा-महाराजाओं की पार्टी है |
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सत्ता में बैठी छत्तीसगढ़ कांग्रेस का प्रशासन भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है. इसलिए कांग्रेस ने अब यहां के नेताओं से कमान छीनकर उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला किया है और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को छत्तीसगढ़ की समझ नहीं है. यहाँ का 30% यह आबादी आदिवासी समाज और अनुसूचित जनजाति की है, कांग्रेस ने उनका अपमान किया है. 2023 के चुनाव में छत्तीसगढ़ का पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति वर्ग, अनुसूचित जनजाति वर्ग सभी कांग्रेसियों को सबक सिखायेगा।
डिप्रेशन से जूझ रहे हैं बीजेपी नेता!
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा-भाजपा नेता चौतरफा निराशा में डूबे हैं, अवसाद के शिकार हैं। हिमाचल, कर्नाटक के बाद अब पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में बुरी तरह खारिज होने के बाद बीजेपी को अहसास हो गया है कि अब पूरे देश में संकट आने वाला है. छत्तीसगढ़ में बीजेपी की हालत इतनी खराब है कि पार्टी का अस्तित्व बचाने के लिए मोदी-शाह छत्तीसगढ़ आने की होड़ लगा रहे हैं. तुम जाओ, मैं आया, एक आता है, दूसरा आता है की तर्ज पर।
ठाकुर ने आगे कहा- चार साल तक छत्तीसगढ़ को भूलने वाले मोदी अब हर हफ्ते छत्तीसगढ़ के सपने देखते हैं। यही हाल पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का भी है. अगर घोषणा पत्र कमेटी से बाहर हो गया तो डर है कि आगे क्या होगा. उन्हें अपने क्षेत्र में समस्याएं नजर आने लगीं. इतने दशकों तक आप क्या कर रहे थे? वह खुद साबित कर रहे हैं कि न तो उन्होंने मंत्री रहते हुए कुछ किया और न ही विधायक रहते हुए। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का मूड भी कुछ ऐसा ही है. किसी को भी अपना प्रदेश अध्यक्ष पसंद नहीं आ रहा है. हर कोई अपने आप में सिकंदर है |