पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं, जानिए इसे मनाने का उद्देश्य और इतिहास
विश्व शेर दिवस हर साल 10 अगस्त को मनाया जाता है। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर सभी को बधाई दी है.
दिल्ली: विश्व शेर दिवस हर साल 10 अगस्त को मनाया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण दिन है जो शेरों के संरक्षण, उनके प्राकृतिक वातावरण में सहयोग और उनके बचाव के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस मौके पर लोग शेरों के महत्व को समझते हैं. इस दिन लोग विभिन्न जागरूकता प्रयासों, समर्पण और कार्यक्रमों के माध्यम से शेर संरक्षण के महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डालते हैं। आइए इस खास मौके पर जानते हैं इसका इतिहास और इससे भी दिलचस्प तथ्य…
PM मोदी ने दी शुभकामनाएं
इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर सभी को बधाई दी है. दरअसल, पीएम मोदी ने लिखा, विश्व शेर दिवस एक ऐसा अवसर है जब राजसी शेरों का जश्न मनाया जाता है। इसकी शक्ति हमारे दिलों को छू जाती है। भारत को एशियाई शेरों का घर होने पर गर्व है। पिछले कुछ सालों में भारत में शेरों की आबादी में बढ़ोतरी हुई है। मैं शेरों के आवास की रक्षा की दिशा में काम करने वाले सभी लोगों की सराहना करता हूं। हम उन्हें संजोना और उनकी रक्षा करना जारी रखें,यह सुनिश्चित करते हुए कि वे आने वाली पीढ़ियों के लिए फलते-फूलते रहें।
World Lion Day is an occasion to celebrate the majestic lions that captivate our hearts with their strength and magnificence. India is proud to be home to the Asiatic Lions and over the last few years there has been a steady rise in the lion population in India. I laud all those… pic.twitter.com/ohWcPP2Ofe
— Narendra Modi (@narendramodi) August 10, 2023
भारत में पाई जाने वाली प्रजातियां
बता दें कि एशिया में सबसे ज्यादा शेर भारत में ही पाए जाते हैं। एशियाई शेर भारत की सबसे बड़ी प्रजातियों में से एक है। इसके अलावा भारत में अन्य प्रमुख बड़े जानवरों की चार प्रजातियाँ भी पाई जाती हैं।
- रॉयल बंगाल टाइगर,
- भारतीय तेंदुआ,
- बादल वाला तेंदुआ,
- हिम तेंदुआ
विश्व शेर दिवस का इतिहास विश्व
शेर दिवस की शुरुआत 2013 में बिग कैट रेस्क्यू संगठन के सह-संस्थापक डेरेक और बेवर्ली जौबर्ट द्वारा की गई थी। उन्होंने विश्व शेर दिवस की शुरुआत की जिसका उद्देश्य शेरों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना है। इसके माध्यम से उन्होंने शेरों के महत्व को बढ़ावा दिया और उनके संरक्षण के प्रति लोगों के सहयोग को बढ़ावा देने का प्रयास किया। दोनों पति-पत्नी ने शेरों की सुरक्षा के लिए नेशनल ज्योग्राफिक सोसायटी और बिग कैट की मदद की है। इनिशिएटिव को एक ही बैनर तले लाने की शुरूआत की। तभी से हर साल 10 अगस्त को विश्व शेर दिवस के रुप में मनाया जाने लगा |