रायपुर एयरपोर्ट में विमानों की नाइट पार्किंग की तैयारी
बन रहे 4 नए बेस; इंदौर में इस सुविधा से कनेक्टिविटी बढ़ी, सुबह समय पर फ्लाइट

रायपुर : छत्तीसगढ़ में राजधानी के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर में विमानों को रात में यहीं रखने (नाइट पार्किंग) की तैयारी तेज हो गई है। यहां अभी 9 बेस हैं, हाल में 4 और बढ़ाने का काम चालू कर दिया गया है। इधर, कुछ कंपनियों ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से संपर्क किया है और सर्वे भी करवा रही हैं।
रायपुर-प्रदेश के विमानयात्रियों को क्या फायदा ?
नाइट पार्किंग की सुविधा मिलने से रायपुर-प्रदेश के विमानयात्रियों को क्या फायदा हो सकता है, इसके लिए भास्कर ने इंदौर एयरपोर्ट की सुविधाओं का अध्ययन किया, जहां नाइट पार्किंग है। यह बात सामने आई कि इसके कई फायदे हुए हैं। रात में विमान पार्क रहने से सुबह की फ्लाइट समय पर उड़ रही हैं। नए शहरों से भी डायरेक्ट कनेक्टिविटी हो रही है। यहां के यात्रियों को भी इसी तरह के फायदे की उम्मीद है।
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में फ्लाइट ज्यादा आती-जाती हैं :
देश के बड़े और अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में फ्लाइट ज्यादा आती-जाती हैं, इसलिए वहां विमान पार्क नहीं किए जा सकते। इसलिए कई विमानन कंपनियां घरेलू एयरपोर्ट का रुख कर रही हैं। इंदौर और भोपाल में नाइट पार्किंग शुरू हो चुकी है। रायपुर के अलावा रांची में भी बेस बढ़ाए जा रहे हैं। रायपुर एयरपोर्ट से हर माह औसतन 2 लाख यात्री आते-जाते हैं। यहां एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का इंफ्रास्ट्रक्चर अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के स्तर का है। जानकारों के मुताबिक रायपुर से अंतरराष्ट्रीय उड़ान तभी शुरू हो सकती है, जब नाइट पार्किंग हो।
इंदौर के यात्रियों को ऐसे फायदे :
- विमान रात में भले ही देर से लैंड हों, सुबह सही वक्त पर उड़ रहे हैं। यात्रियों का समय बच रहा है।
- विमानों की संख्या में इजाफा होगा। यात्रियों के पास यहां से फ्लाइट्स के अधिक विकल्प मौजूद रहेंगे।
- देश के अन्य एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी बढ़ेगी। इससे हेल्थ-एजुकेशन व पर्यटन सेक्टर को बढ़ावा भी।
- अब वीआईपी मूवमेंट ज्यादा इसलिए नाइट पार्किंग अभी नहीं
रायपुर एयरपोर्ट अथॉरिटी से बत की, तो उन्होंने तर्क दिया कि विधानसभा चुनाव के दौरान छत्तीसगढ़ में वीआईपी मूवमेंट तेजी से बढ़ेगा। ऐसी स्थिति में हम प्राइवेट एयरलाइंस को नाइट पार्किंग उपलब्ध नहीं करवा सकते। वीआईपी प्लेन्स लगातार एंगेज रहेंगे।