आगरा की अलग अलग जेलों में दो बंदियों की मौत, एक था बागपत का रहने वाला
जिला कारागार में बंद खेरा राठौर के दोहरे में हत्याकांड में आरोपित बंदी एबरन सिंह की मंगलवार को मौत हो गई। बैरक में हालत बिगड़ने पर बंदी रक्षक उसे एसएन लेकर गए। वहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं, केंद्रीय कारागार में बंद आजीवन कारावास की सजा काट रहे बागपत के बंदी कृष्णपाल सिंह की भी बीमारी से मौत हो गई।
खेरा राठौर में 17 दिसंबर 2021 को चचेरे भाइयों महेश सिंह और दिनेश सिंह की मेड़ के विवाद में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में आरोपित 70 वर्षीय एबरन सिंह 24 दिसंबर 2021 से जिला जेल में बंद था। जेल प्रशासन के अनुसार बंदी को सांस की बीमारी थी। वह फरवरी में कारागार के अस्पताल में भर्ती रहा था। मंगलवार की सुबह लगभग पौने आठ बजे बैरक में अचानक उसकी हालत बिगड़ गई। हत्याकांड में उसके साथ बंद परिवार के अन्य लोगों ने इसकी जानकारी दी। जिस पर उसे एसएन भेजा गया। वहां डाक्टरों ने एबरन सिंह को मृत घोषित कर दिया। जेल प्रशासन के सूचना देने पर मंगलवार की दोपहर स्वजन शव लेने पोस्टमार्टम गृह पर पहुंचे।
वहीं, केंद्रीय कारागार में बंद सजायाफ्ता बंदी कृष्ण पाल सिंह की बीमारी के चलते मौत हो गई। बंदी की उम्र 50 वर्ष थी।वह बागपत के नौरोजपुर का रहने वाला था। गांव में हुई हत्या के मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। जेल प्रशासन की सूचना पर मंगलवार को मां चंद्रो देवी और पुत्री सोनिया सहित अन्य स्वजन शव लेने के लिए पोस्टमार्टम गृह पर पहुंचे।