Jharkhand News: झारखंड में चंपई सोरेन ने ली सीएम पद की शपथ, 10 दिन में साबित करना होगा बहुमत
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
झारखंड,Jharkhand News: झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने गुरुवार को चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री मनोनीत किया |
इससे पहले चंपई सोरेन ने शिबू सोरेन से मुलाकात की. इसके बाद चंपई ने कहा कि गुरुजी हमारे आदर्श हैं, शपथ लेने से पहले हम गुरुजी और माताजी (रूपी सोरेन) से आशीर्वाद लेने आये थे. मैं झारखंड आंदोलन से जुड़ा था और उनका शिष्य हूं |
झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के विधायक हैदराबाद के लिए रवाना शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद
झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के विधायक हैदराबाद के लिए रवाना होने के लिए हवाई अड्डे पर पहुंचे। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमें सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया था. हम इस दौरान कोई जोखिम नहीं ले सकते, क्योंकि बीजेपी हमारे विधायकों से संपर्क करने की कोशिश कर सकती है. झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा गुरुवार को जारी एक वीडियो में 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 43 विधायकों का समर्थन दिखाया गया।
हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद बदले समीकरण
जेएमएम विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने राज्यपाल से जल्द से जल्द सरकार बनाने के उनके दावे को स्वीकार करने का आग्रह किया था क्योंकि राज्य में ‘भ्रम’ की स्थिति थी। यह स्थिति बुधवार को हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद राज्य में कोई मुख्यमंत्री नहीं होने के कारण है और इस कारण राजनीतिक संकट गहरा गया है.
बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन को अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है. कांग्रेस राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन की सहयोगी है। इससे पहले चंपई सोरेन ने कहा था कि हम एकजुट हैं. हमारा गठबंधन मजबूत है, इसे कोई नहीं तोड़ सकता |
बीजेपी हुई हमलावर इस बीच
बीजेपी ने मामले में सवाल उठाए हैं. झारखंड बीजेपी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि दो दिनों से झारखंड के सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल और केंद्रीय नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है. कल जब पहला पत्र दिया गया तो उसमें भी तकनीकी त्रुटियाँ थीं। हम तो यही उम्मीद करते हैं कि झारखंड में हेमंत सोरेन के 4 साल का काला अध्याय दोबारा न दोहराया जाए. एक बात तो साफ है कि चंपई सोरेन भले ही मुख्यमंत्री बन गये हैं, लेकिन सत्ता की डोर बरकरार है |