6 व 7 जुलाई को राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश की संभावना
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
हिसार : राज्य में 7 जुलाई तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान 3 से 5 जुलाई के बीच उत्तरी व दक्षिण क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बारिश, परंतु पश्चिमी क्षेत्र में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी होने की संभावना है। हालांकि 6 व 7 जुलाई को राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। इस दौरान वातावरण में आद्र्रता की मात्रा ज्यादा बनी रहेगी। वहीं उत्तर हरियाणा में तेज बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय स्थित कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन लाल खिचड़ ने बताया कि बंगाल की खाड़ी की तरफ से मानसूनी हवाएं आगे बढऩे से हरियाणा में 29 जून रात्रि से बारिश की गतिविधियां शुरू हुई थीं। 30 जून व 1 जुलाई को राज्य के उत्तरी व दक्षिण क्षेत्रों में ज्यादातर स्थानों पर तथा पश्चिमी क्षेत्र में कुछेक स्थानों पर हल्की, जबकि अनेक स्थानों पर तेज बारिश भी हुई।
रोहतक में सर्वाधिक 188 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी, जिससे पूरा शहर पानीपत से लबालब हो गया था। हालांकि इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। वहीं हिसार में अभी तक मानसून की बेरुखी बनी हुई है। मानसून के दौरान अभी तक यहां मात्र एक मिलीमीटर बारिश हुई है। हालांकि हल्की बूंदाबांदी से राहत जरूर मिली थी। हिसार के अलावा बालसमंद में 18 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है।
भारतीय मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार 12 घंटों के दौरान कई जगहों पर हल्की से मध्यम गति से बारिश हुई। रोहतक में जहां पहले मूसलाधार बारिश हुई, वहीं अब 8 मिलीमीटर बारिश और हो चुकी है। सबसे ज्यादा नारनौल एरिया में 43 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा पंचकूला, कौल, अम्बाला, गुरुग्राम, भिवानी, सिरसा, फरीदाबाद, बावल, महेन्द्रगढ़, कुरुक्षेत्र, नूहं में बारिश हुई।
हरियाणा में मानसून की दस्तक के साथ ही लोगों को भीषण गर्मी व उमस भरे वातावरण से निजात मिली हुई है। शनिवार को भी तेज हवा चलने और बादलवाई रहने के साथ कई जगहों पर हुई बारिश से दोपहर के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। प्रदेश में अधिकतम तापमान 32 से 38, जबकि न्यूनतम तापमान 24 से 28 डिग्री सैल्सियस के बीच रहा। बालसमंद का रात्रि पारा 24.9 डिग्री सैल्सियस प्रदेश में सबसे कम रहा। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव की संभावना नहीं है।
मानसून की टर्फ बीकानेर, अलवर, हरदोई, डाल्टनगंज, शांतिनिकेतन और वहां से पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के पूर्वोत्तर से गुजरती है, जो समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर तक फैली हुई है। पूर्वी राजस्थान और आस-पड़ोस के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण अब राजस्थान के मध्य भागों और आसपड़ोस में समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर और 5.8 किलोमीटर के बीच स्थित है। उत्तर हरियाणा में पंचकूला, अम्बाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल में 6 जुलाई को भारी वर्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
(जी.एन.एस)