राजस्थान पर्यटन इकाई नीति की कार्यशील अवधि को दो वर्ष के लिए बढ़ाया
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
जयपुर : राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर राजस्थान पर्यटन इकाई नीति-2015 की कार्यशील अवधि 31-05-2022 को आगामी दो वर्ष 31-05-2024 तक के लिए बढ़ा दिया है। यह अवधि नवीन पर्यटन इकाई नीति या अन्य कोई आदेश जारी होने तक जो भी पहले हो तक प्रभावी रहेगी। राजस्थान पर्यटन इकाई नीति-2015 के तहत पूर्व में हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म सेक्टर को मिलने वाले लाभ नवीन पर्यटन इकाई नीति जारी होने तक देय रहेंगे।
एंटाइटलमेंट सर्टिफिकेट की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरूपर्यटन विभाग की निदेशक डॉ. रश्मि शर्मा ने बताया कि राज्य में पर्यटन को उद्योग का दर्जा मिलने के साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने वालों को रियायतों सहित सरकारी सहायता भी मिल सकेगी। पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों को उद्योगों के लिए बनायी गयी नीति के तहत वे सभी सुविधाएं मिल सकेंगी, जो अब तक औद्योगिक इकाइयों को मिलती आ रही हैं।
डॉ. शर्मा ने बताया कि पर्यटन इकाइयों को औद्योगिक दर्जे का लाभ देने के लिए एंटाइटलमेंट सर्टिफिकेट की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पर्यटन को उद्योग का दर्जा मिलने से राज्य में न केवल निवेश बढ़ेगा, बल्कि रोजगार के भी नए अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि पात्रता प्रमाण-पत्र की सम्पूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन रखी गई है। आवेदन के लिए इकाइयों को एसएसओ आईडी के माध्यम से ऑनलाइन अप्लाई करना होगा।आवेदन के लिए आधार कार्ड अनिवार्य रखा गया है। संबंधित जिले के पर्यटन स्वागत केंद्र द्वारा सम्पूर्ण तथ्यों की जांच उपरांत प्रमाण-पत्र ऑनलाइन जारी किया जाएगा।
डॉ. शर्मा ने बताया कि आरडीटीएम को प्रचारित करने के लिए प्रदेश के विभिन्न शहरों में रोड शो का आयोजन किया जा रहा है। रोड शो की श्रृंखला के तहत जयपुर और मंडावा में रोड शो का आयोजन किया जा चुका है। इसी क्रम में उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर सहित प्रदेश के अन्य शहरों में भी रोड शो का आयोजन किया जाएगा। इन रोड़ शो का उद्देश्य राजस्थान को राष्ट्रीय स्तर पर सबसे अनुकूल पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि राजस्थान पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने के लिए निवेशकों की पहली पसंद है। यह डोमेस्टिक ट्रैवल मार्ट होटल व्यवसायियों, ट्रैवल एजेंटों और टूर ऑपरेटरों सहित देश -विदेश के ट्रैवल एजेंटों को अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
(जी.एन.एस)