फिल्म एक रिश्ता -द बांड ऑफ लव ने पूरे किये 21 साल
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
मुंबई : बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और खिलाड़ी अक्षय कुमार जब साल 2001 में फिल्म ‘एक रिश्ता’ से फिल्मी पर्दे पर साथ आये तो मानों इतिहास बन गया, दोनों के साथ की ये पहली फिल्म बॉक्स आफिस पर कमाल कर चुकी थी और बॉलीवुड को मिली बाप बेटे की एक बेमिसाल जोड़ी। जी हां, हाल ही में फिल्म एक रिश्ता -द बांड ऑफ लव ने पूरे किये 21 साल जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि हैं।
डायरेक्टर सुनील दर्शन ने मि. बच्चन और अक्षय के बारे में यादें ताजा करते हुए कहा कि,” कुछ यादें समय के साथ फीकी पड़ जाती हैं, लेकिन एक रिश्ता … वास्तव में एक ऐसा अनुभव है जो पुरानी यादों को ताजा कर जाती हैं,क्योंकि इस फिल्म से मैंने एक ऐसे रिश्ते की खोज की जिसे मैंने बहुत गहराई से महसूस किया था और मिस्टर बच्चन के साथ कास्ट होने की खुशी ने मेरे उत्साह को और बढ़ा दिया था। फिल्म के लिए दर्शकों की निरंतर सराहना के लिए मैं उनका ऋणी हूं और हमेशा रहूंगा”.
श्री कृष्णा इंटरनेशनल की प्रस्तुति की गई ये फिल्म, मुम्बई के सिनेमाघरों में 100 दिन देखी गयी थी और भारत के अलग-अलग शहरों में भी इस फिल्म ने थिएटर पर अपनी पकड़ बना कर रखी थी साथ ही दर्शकों के दिलो में भी। एक संपूर्ण और भावनात्मक पारिवारिक कहानी ने अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी अपनी खास जगह बनाई थी। और आज भी जब ये फिल्म टीवी पर आती हैं तो परिवार एक बात बैठ कर, बाप-बेटे की इस भावुक रिश्ते को देखता हैं।
फिल्म निर्माता सुनील दर्शन की फिल्म एक रिश्ता-द बॉन्ड ऑफ लव (2001), जिसने अक्षय कुमार को पहली बार अमिताभ बच्चन के साथ स्क्रीन स्पेस साझा करने का मौका दिया था ।इसके पहले सुनील दर्शन, अक्षय कुमार के साथ फिल्म जानवर (1999) में काम कर चुके थे। लेकिन उसके बाद लेखक, निर्देशक और निर्माता के तौर पर पहली बार अक्षय को अमिताभ बच्चन के अपोजिट उन्होंने सफलपूर्वक खड़ा किया ।
फिल्म में करिश्मा कपूर, जूही चावला और राखी ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं, और इसका लोकप्रिय साउंडट्रैक नदीम-श्रवण द्वारा रचित था। सुनील दर्शन की सफलताओं में जानवर, अंदाज़, बरसात, दोस्ती, हां मैंने भी प्यार किया, लुटेरे, अजय, इंतकाम और तलाश के अलावा अन्य फिल्में भी शामिल हैं। उनकी फिल्म की मजबूत कहानी और संगीत आज भी टेलीविजन के साथ-साथ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बड़ी संख्या में दर्शकों को बांधे रखता हैं।
(जी.एन.एस)