मुख्यमंत्री की माता की मौजूदगी में किसानों ने लिया पानी बचाने का संकल्प

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
चंडीगढ़/जालंधर : मुख्यमंत्री भगवंत मान के गांव सतौज से इस वर्ष धान की सीधी बिजाई की शुरूआत हुई है। रविवार को कृषि विभाग के अधिकारियों और मुख्यमंत्री भगवंत मान की माता हरपाल कौर की मौजूदगी में सतौज गांव के किसानों ने अपने खेतों में धान की सीधी बिजाई कर पंजाब का पानी बचाने का संकल्प लिया। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान भी सतौज पहुंचे थे और वहां के किसानों से इस साल धान की सीधी बिजाई करने की अपील की थी। अपने गांव के लोगों को संबोधित करते हुए भगवंत मान ने कहा था कि मैं चाहता हूं कि पंजाब का पानी बचाने की शुरूआत मेरे गांव के लोग ही करें। इससे पूरे पंजाब में अच्छा संदेश जाएगा, नहीं तो लोग कहेंगे कि खुद मुख्यमंत्री के गांव के लोग तो पानी बचाने की कोशिश नहीं कर रहे तो दूसरे गांवों के लोग कैसे करेंगे।
धान की सीधी बिजाई करने वाली मशीनें सूखे खेत में चलती हैं। इस प्रकिया में खेत में पानी की कोई जरूरत नहीं होती। बिजाई के 21 दिनों के बाद खेत में पानी छोडऩा पड़ता है जबकि पारंपरिक तरीके से रोपाई में खेत में पानी भरकर रखना पड़ता है जिससे पानी की बेहद ज्यादा खपत होती है। सतौज के किसानों ने कहा कि यह हमारे लिए बेहद गर्व की बात है कि हमारे गांव से उस मुहिम की शुरूआत हो रही है, जिससे पंजाब का पानी बचेगा। किसानों ने कहा कि इस बार वे मुख्यमंत्री भगवंत मान के कहने पर धान की सीधी बिजाई कर रहे हैं। किसानों ने कहा हमें भी पानी की चिंता है और उसे बचाने की इच्छा है।
कृषि विभाग के अधिकारी डॉ. जसविंदर पाल सिंह ग्रेवाल ने कहा कि धान की सीधी बिजाई करने के लिए पूरे पंजाब में नोडल अफसर लगाए गए हैं। वे किसानों को इसके तौर-तरीके और फायदे बता रहे हैं। इससे पानी और पैसा दोनों बचता है। पिछली बार पूरे पंजाब में 6 लाख हैक्टेयर में धान की सीधी बिजाई हुई थी। इस बार सरकार का लक्ष्य इसे बढ़ाकर 12 लाख हैक्टेयर करने का है। उन्होंने चूहों की समस्या का उल्लेख करते हुए कहा कि जब धान की फसल थोड़ी बड़ी हो जाती है तो उसमें चूहे आ जाते हैं जो फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। इसके लिए दवाई ऑर्डर कर दी गई है।
(जी.एन.एस)