मुख्यमंत्री की उपस्थिति में 10 हार्डकोर नक्सलियों का हथियारों सहित ऐतिहासिक आत्मसमर्पण

शांति और विकास की राह पर लौटे नक्सली

नक्सलियों पर विभिन्न राज्यों में कुल 2 करोड़ 36 लाख रुपये का इनाम घोषित था

भोपाल 
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश शासन द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आत्मसमर्पण और पुनर्वास की नीति पर अमल के उत्साहजनक परिणाम लगातार सामने आने लगे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा लगातार नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने या कठोर कार्रवाई के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी जा रही थी। इसी के परिणामस्वरूप आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में दस हार्डकोर, सशस्त्र और वर्दीधारी नक्सलियों ने भारत के संविधान पर विश्वास जताते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव के समक्ष आधुनिक हथियारों जैसे AK- 47, इंसास राइफल, SLR, वाकी टॉकी सेट आदि सहित आत्मसमर्पण किया। इन सभी नक्सलियों पर विभिन्न राज्यों में कुल दो करोड़ छत्तीस लाख रुपये का इनाम घोषित था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इसे नक्सलवाद के अंत की दिशा में एक निर्णायक कदम बताते हुए सुरक्षा बलों की दृढ़ता, निरंतरता और जनता के सहयोग की सराहना की।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री कैलाश मकवाणा ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा शासन स्तर से निरंतर प्राप्त त्वरित सहयोग, सटीक इंटेलिजेंस, रणनीतिक सर्चिंग एवं लगातार जारी नक्सल विरोधी अभियानों और स्थानीय समुदाय के बढ़ते विश्वास के परिणामस्वरूप नक्सली गतिविधियाँ लगातार सिमट रही हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि निर्धारित समयसीमा के भीतर प्रदेश को नक्सलवाद-मुक्त बनाने का लक्ष्य तेज़ी से पूरा किया जा रहा है। पुलिस महानिदेशक ने इस उपलब्धि को हॉक फोर्स, जिला पुलिस, CRPF, कोबरा और स्थानीय प्रशासन के सुव्यवस्थित संयुक्त अभियानों का परिणाम बताया, जिसने मंडला–बालाघाट के सीमावर्ती क्षेत्र और कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के आसपास के इलाकों को लगभग सशस्त्र नक्सली गतिविधियों से मुक्त कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि विगत 1 नवंबर 2025 को भी महाराष्ट्र–मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ (एम.एम.सी.) जोन की एक हार्डकोर सशस्त्र महिला नक्सली—सुनीता पिता बिसरू ओयाम, निवासी गोमवेटा (छत्तीसगढ़)—ने शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति पर विश्वास जताते हुए बालाघाट जिले में इंसास राइफल तथा हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया था। वह मलाजखंड–दर्रेकसा दलम में एसीएम थी और मध्यप्रदेश, गोंदिया एवं राजनांदगांव डिविजन में सक्रिय थी। सुनीता पर छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में कुल 14 लाख रुपये का इनाम घोषित था। यह मध्यप्रदेश आत्मसमर्पण, पुनर्वास सह राहत नीति-2023 के अंतर्गत पहला ऐसा आत्मसमर्पण था। इस प्रकरण ने प्रदेश में नक्सली ढांचे के कमजोर होने के संकेत पहले ही स्पष्ट कर दिए थे।

हाल के महीनों में मध्यप्रदेश में सुरक्षा बलों का दबाव लगातार प्रभावी रहा है। महाराष्ट्र–मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ (एमएमसी) जोन के प्रवक्ता अनंत उर्फ विकास नगपुरे पहले ही अपने दस सशस्त्र साथियों के साथ समर्पण कर चुके हैं, जिससे इस क्षेत्र में नक्सलियों का आधार और भी कमजोर हुआ है।

वर्ष 2025 में अब तक बालाघाट जोन में सुरक्षा बलों ने सर्वाधिक दस हार्डकोर नक्सलियों को मुठभेड़ों में ढेर किया है, जिन पर रुपए 1 करोड़ 86 लाख का इनाम घोषित* था। प्रदेश पुलिस के बढ़ते दबाव के परिणामस्वरूप हाल ही में MMC जोन के लगभग 17 नक्सली सीमावर्ती राज्यों महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ में आत्मसमर्पण कर चुके हैं।

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शासन की योजनाओं की पहुँच सुनिश्चित करने के लिए 46 एकल सुविधा केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनके माध्यम से 2,046 वनाधिकार पट्टा दावे अग्रेषित किए गए, 1,232 जाति प्रमाण पत्र जारी किए गए तथा 748 आधार कार्ड अपडेट/वितरित किए गए। रोजगार मेलों के माध्यम से युवाओं को निजी कंपनियों में चयनित कर सिंगल क्लिक से नियुक्ति पत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे इन क्षेत्रों में स्थायी आजीविका के अवसर तेज़ी से बढ़े हैं।

इन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

1. सुरेन्द्र उर्फ कबीर उर्फ सोमा सोडी

पिता: उंगा सोढी , जाति गोंड, उम्र: 50 वर्ष

निवासी पुलमपाढ, थाना गुल्लापल्ली, जिला सुकमा (छग)

पद: MMC सचिव

इनाम राशि: 62 लाख रुपये

2. राकेश ओडी उर्फ मनीष

पिता: समरत ओडी,जाति गोंड, उम्र: 42 वर्ष निवासी ग्राम झंडेपार (बोटेकसा), थाना कोरची, जिला गढ़चिरोली (महाराष्ट्र)

पद: स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर (SZCM)

इनाम राशि: 62 लाख रुपये

3. समर उर्फ समारू उर्फ राजू अतरम

पिता सन्नु, माता सुमरी, जाति गोंड, उम्र: 32 वर्ष निवासी इंड्री, तहसील भैरमगढ़, जिला बीजापुर (छग)

पद: एरिया कमेटी मेंबर (ACM)

इनाम राशि: 14 लाख रुपये

4. सलीता उर्फ सावित्री अलावा

पिता: लकमु | माता: चिको | जाति: गोंड | उम्र: 26 वर्ष

निवासी: सीनागेलोर, थाना बासागुडा, तहसील हवापल्ली, जिला बीजापुर (छग)

पद: एरिया कमेटी मेंबर (ACM)

इनाम राशि: 14 लाख रुपये

5. विक्रम उर्फ हिडमा वट्टी

पिता: तकमा | माता: पीसे | जाति: गोंड | उम्र: 30 वर्ष

निवासी: मडपे दुल्लोड, थाना चिंतागुफा, जिला सुकमा (छग)

पद: PM/ACM

इनाम राशि: —14 लाख रुपए

6. लालसिंह मरावी उर्फ सींगा उर्फ प्रवीण

पिता: भीमा | माता: उंगी | जाति: गोंड | उम्र: 30 वर्ष

निवासी: छोटे गुडरा, थाना कटेकल्याण, जिला दंतेवाड़ा (छग)

पद: सदस्य

इनाम राशि: 14 लाख रुपये

7. शिल्पा नुप्पो

पिता: जोगा | माता: भीमे | जाति: गोंड | उम्र: 26 वर्ष

निवासी: बुडिया बड्डुम, थाना बासागुडा, तहसील हवापल्ली, जिला बीजापुर (छग)

पद: एरिया कमेटी मेंबर (ACM)

इनाम राशि: 14 लाख रुपये

8. जरीना उर्फ जोगी मुसाक

पिता: अंदल | माता: कोशी | जाति: गोंड (मुडिया)

निवासी: मुरंगा, थाना गंगलुर, जिला बीजापुर (छग)

पद: एरिया कमेटी मेंबर (ACM)

इनाम राशि: 14 लाख रुपये

9. जयशीला उर्फ ललिता ओयम

पिता: समलु | माता: देवे | जाति: गोंड | उम्र: 26 वर्ष

निवासी: तरैम, थाना बासागुडा, तहसील हवापल्ली, जिला बीजापुर (छग)

पद: एरिया कमेटी मेंबर (ACM)

इनाम राशि: 14 लाख रुपये

10. नवीन नुप्पो उर्फ हिडमा

पिता: नंगा | माता: बीमे | जाति: गोंड | उम्र: 30 वर्ष

निवासी: बोडकेल, तहसील कोंटा (जगरगुंडा), जिला सुकमा (छग)

पद: एरिया कमेटी मेंबर (ACM) एवं राकेश का गार्ड

इनाम राशि: 14 लाख रुपये

आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली भोरमदेव एरिया कमेटी से सम्बद्ध हैं। कुल मिलाकर आज समर्पित नक्सलियों पर 2 करोड़ 36 लाख रुपए का इनाम घोषित था।

डीजीपी श्री कैलाश मकवाणा के कुशल निर्देशन, विशेष पुलिस महानिदेशक (नक्सल विरोधी अभियान) श्री पंकज श्रीवास्तव, IG बालाघाट जोन श्री संजय सिंह, SP बालाघाट श्री आदित्य मिश्रा एवं अन्य पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में निरंतर चल रहे पुलिस अभियानों एवं आउटरीच प्रोग्राम का परिणाम है कि इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्य धारा में लौटने का निर्णय लिया। मध्यप्रदेश पुलिस आत्मसमर्पण, पुनर्वास सह राहत नीति 2023 के प्रावधानों के अंतर्गत सशस्त्र आंदोलन छोड़कर समाज की मुख्यधारा में आने वालों को सभी लाभ दिलाने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।

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