भारत और मंगोलिया में बौद्ध शिक्षा और ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
मंगोलिया : मंगोलिया के गदेन तेगचेनलिंग मठ और नई दिल्ली स्थित अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ ने बौद्ध शिक्षा, अभ्यास, तीर्थयात्रा और ज्ञान के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। भारत से भगवान बुद्ध के पवित्र कपिलवस्तु अवशेष जनता के लिए प्रदर्शित किए जाने दौरान गदेन तेगचेनलिंग मठ में समझौता ज्ञापन पर आईबीसी, उप महासचिव खेंसुर जंगचुप छोडेन रिम्पोचे और गादेन तेगचेनलिंग मठ के दा लामा ब्यंबजाव खुनखुर द्वारा हस्ताक्षर किए गए ।
समझौते के अनुसार विशेष रूप से भारत और मंगोलिया में संयुक्त अनुसंधान परियोजनाएं और गतिविधियां एशिया के सभी हिस्सों में मूर्त और अमूर्त बौद्ध विरासत को बढ़ावा देंगी। समझौते में आगे कहा गया है कि IBC और गदेन तेगचेनलिंग मठ अंतरधार्मिक संवाद आदान-प्रदान, सहयोग और समझ को बढ़ावा देने और संलग्न करने में काम करेंगे। वे बौद्ध धर्म और आधुनिक विज्ञानों के बीच निरंतर संवाद को सुगम बनाने की दिशा में भी काम करेंगे। समझौते में कहा गया है कि दोनों पक्ष दुनिया भर में बौद्ध प्रथाओं, परंपराओं और बौद्ध विरासत स्थलों और अवशेषों की पहचान, संरक्षण और संरक्षण की दिशा में काम करेंगे और बौद्ध सांस्कृतिक संपत्ति की खोज करेंगे।
समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद दा लामा ब्यंबजाव खुंखुर ने एमओयू का जिक्र करते हुए कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने आगे कहा कि यह समझौता “बुद्ध धर्म को दुनिया में बड़े पैमाने पर प्रचारित करने” में मदद करेगा। आईबीसी के उप महासचिव खेंसुर जंगचुप छोडेन रिम्पोछे ने कहा कि गदेन तेगचेनलिंग मठ हमारे संगठन का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “हम भारत सरकार की पहल के तहत भगवान बुद्ध के अवशेषों को मंगोलिया लाए थे।” इससे पहले दिन में, मंगोलिया के राष्ट्रपति उखनागिन खुरेलसुख ने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू की अध्यक्षता में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ गदेन तेगचेनलिंग मठ में भगवान बुद्ध के पवित्र कपिलवस्तु अवशेषों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
(जी.एन.एस)