आतंकवादियों के हमले में मारे गए कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की पत्नी को दी गई नौकरी
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
जम्मू : जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बडगाम जिले में आतंकवादियों के हमले में मारे गए कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट के परिवार को बुधवार को एक नियुक्ति पत्र और पांच लाख रुपए की वित्तीय सहायता दी। अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन ने भट्ट की पत्नी मीनाक्षी रैना की अनुकंपा के आधार पर 14,800-47,100 रुपए के वेतनमान के साथ सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नवाबाद, जम्मू में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। राहुल भट्ट के परिजनों ने कहा था कि वह उनका तबादला कराना चाहते थे। उनकी जान पर खतरे का हवाला देते हुए चदूरा से तबादले को लेकर कई प्रयास किए, लेकिन प्रशासन ने इस बाबत कोई कदम नहीं उठाया।
2010-11 में जम्मू-कश्मीर में प्रवासियों के लिए विशेष रोजगार पैकेज के तहत क्लर्क की नौकरी पाने वाले भट्ट की आतंकवादियों ने गुरुवार को बडगाम जिले के चदूरा कस्बे में गोली मारकर हत्या कर दी थी। प्रधानमंत्री के विशेष रोजगार पैकेज के तहत तैनात कश्मीरी पंडित समुदाय के लोगों ने राहुल की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा कि राहुल भट्ट की पत्नी ने उनके तबादले का अनुरोध करते हुए कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की थी।
कश्मीरी पंडित सुमदाय के कर्मचारी संजय कुमार ने कहा कि जब दीपक चंद (अन्य कश्मीरी पंडित) की हत्या की गई थी (पिछले साल अक्टूबर में) तो उन्हें खतरे का एहसास था। उन्हें (राहुल भट्ट) लगता था कि उनके साथ भी कुछ बुरा हो सकता है। उनकी पत्नी दो-तीन बार अधिकारियों के पास गईं, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया।
कुमार ने कहा कि भट्ट की पत्नी ने अनुरोध किया था कि उनका तबादला बडगाम में उपायुक्त कार्यालय में कर दिया जाए। वहीं, एक अन्य कर्मचारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर दावा किया कि राहुल भट्ट की पत्नी द्वारा मुद्दा उठाए जाने के बावजूद उन्हें कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई। वहीं 13 मई को जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को मार गिराया जो राहुल भट्ट की हत्या की घटना में शामिल थे।
(जी.एन.एस)