ऑस्ट्रेलिया में 15 साल बाद जीती लेबर पार्टी, एंथनी अल्बानीस नए प्रधानमंत्री
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
सिडनी : लेबर पार्टी के नेता एंथनी अल्बानीस ऑस्ट्रेलिया के नए प्रधानमंत्री चुने गए हैं। अल्बानीस (59) ने उन्हें देश का 31वां प्रधानमंत्री बनाने के लिए मतदाताओं का कैंपरडाउन उपनगर में आभार व्यक्त किया और सिडनी में अपनी परवरिश का उल्लेख किया। अल्बानीस ने अपने समर्थकों से कहा, ‘‘यह हमारे महान देश के बारे में बहुत कुछ कहता है कि एक पेंशनभोगी अकेली मां का बेटा जो कैंपरडाउन में सार्वजनिक आवास में पला-बढ़ा, वह आज रात ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के रूप में आपके सामने खड़ा हो सकता है।” उन्होंने कहा, ‘‘हर माता-पिता अगली पीढ़ी के लिए ज्यादा चाहते हैं। मेरी मां ने मेरे लिए एक बेहतर जिंदगी का सपना देखा था और मुझे उम्मीद है कि मेरी यात्रा ऑस्ट्रेलियाई लोगों को सितारों की बुलंदियों तक पहुंचने के लिए प्रेरित करेगी।” हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि अल्बानीस की पार्टी बहुमत की सरकार बना सकती है या उसे निर्दलीय अथवा अन्य छोटे दलों के निर्वाचित सांसदों का समर्थन चाहिए होगा।
डाक मतपत्रों की गिनती अभी चल रही है,जिससे कई दिनों तक मतगणना चलने की संभावना है और इसे देखते हुए अल्बानीस संभवतः रविवार को कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं,ताकि वह तोक्यो में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंगलवार के क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग ले सकें। विश्लेषकों का मानना है कि मॉरिसन और उनकी टीम की जलवायु, कोविड-19 सहित अपने तीन साल के कार्यकाल में महिलाओं के अधिकार, राजनीतिक अखंडता और प्राकृतिक आपदाएं जैसे कई मुद्दों से निपटने में नाकामी चुनाव में हार का कारण बनी।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के चुनाव में हार स्वीकार करने के बाद भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ फारेल ने शनिवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री बनने जा रहे एंथनी अल्बानीस भारत से भली-भांति परिचित हैं।ऑस्ट्रेलिया के चुनाव में लेबर पार्टी ने 2007 के बाद 15 साल बाद पहली चुनावी जीत हासिल की है। विपक्षी नेता एंथनी अल्बानीस को प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी। उच्चायुक्त ने ट्वीट कर कहा, ”ऑस्ट्रेलिया के निर्वाचित प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस भारत के लिए अजनबी नहीं हैं क्योंकि उन्होंने एक यात्री के तौर पर 1991 में देश की यात्रा की थी और 2018 में एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था। 2018 की यात्रा के दौरान उन्होंने भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक, रणनीतिक संबंधों को और गहरा किए जाने की प्रतिबद्धता जताई थी।
अगर अल्बनीज आगामी क्वाड नेताओं की बैठक में भाग लेने के लिए टोक्यो जाते हैं, तो वह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करने के लिए तैयार हैं। क्वाड समिट 24 मई को है। पिछले कुछ वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंध मजबूत हुए हैं. पिछले महीने, दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार में विविधता लाने के लिए एक व्यापार समझौता किया। जून 2020 में, भारत और ऑस्ट्रेलिया ने अपने संबंधों को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया और रसद समर्थन के लिए सैन्य ठिकानों तक पारस्परिक पहुंच के लिए एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए। म्युचुअल लॉजिस्टिक्स सपोर्ट एग्रीमेंट (एमएलएसए) दोनों देशों की सेनाओं को समग्र रक्षा सहयोग को बढ़ाने के अलावा आपूर्ति की मरम्मत और पुनःपूर्ति के लिए एक-दूसरे के ठिकानों का उपयोग करने की अनुमति देता है।
(जी.एन.एस)