लगातार 42 साल नक्सल आंदोलन में सक्रिय रहीं नर्मदा की मुंबई में मौत
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
विभिन्न नक्सली संगठनों ने गढ़चिरौली और दंडकारण्य विशेष क्षेत्रीय समिति सचिव, सक्रिय नक्सली कॉमरेड नर्मदा उर्फ उप्पगंती निर्मला की याद में सोमवार 25 अप्रैल को दंडकारण्य बंद का आह्वान किया है। दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सचिव विकल्प ने बयान जारी कर बंद की जानकारी दी है। लगातार 42 साल नक्सल आंदोलन में सक्रिय रहीं नर्मदा की 9 अप्रैल को मुंबई में कैंसर से मौत हो गई। इसके बाद ही नक्सलियों ने बंद का आह्वान किया।
1960 में पड़ोसी आंध्र प्रदेश राज्य के कृष्णा जिले के कोंडापावुलुरु गाँव में जन्मी नर्मदा के पिता कम्युनिस्ट पार्टी में सक्रिय थे, इसलिए वह कम उम्र से ही कम्युनिस्ट विचारधारा से प्रभावित थीं। हालांकि, 1980 के बाद से वह नक्सल आंदोलन में और अधिक सक्रिय हो गई हैं। बाद में उसे दक्षिण गढ़चिरौली क्षेत्र में नक्सल आंदोलन को मजबूत करने के लिए सौंपा गया, जब पुलिस ने उसे 11 जून, 2019 को गिरफ्तार किया। 9 अप्रैल को मुंबई की भायखला जेल में उनकी मृत्यु हो गई।
42 साल से नक्सल आंदोलन में सबसे सक्रिय महिला नेता के रूप में आंदोलन में शामिल कॉमरेड नर्मदा को नक्सलियों ने नर्मदा दी भी कहा था। दंडकारण्य नक्सली संगठनों ने उनकी याद में 25 अप्रैल को बंद का आह्वान किया है। गढ़चिरौली के सुदूर इलाकों में ‘जनता की प्यारी नेत्री कॉमरेड नर्मदा दी अमर रहे’ के नारे वाले पोस्टर लगाए गए हैं।