रंजना के बेटे को थी अजीब-सी बीमारी, जिलाधिकारी ने दिए मदद के निर्देश
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
जालौन । कुठौंद ब्लाक के नवादा गांव निवासी रंजना का तीन साल का बेटा आशु जन्मजात सेरेब्रल पाल्सी की बीमारी से पीड़ित है। परिवारीजन आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण बेटे के इलाज कराने के लिए परेशान घूम रहे थे। गांव के प्रधान प्रतिनिधि नरेंद्र दीक्षित शुक्रवार को रंजना और पिता सोबरन भारती के साथ जिलाधिकारी के पास पहुंचे और समस्या बताते हुए मदद की गुहार लगाई। इस पर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने जिला प्रोबेशन अधिकारी डा. अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तेखार अहमद को बच्चे की मदद के निर्देश दिए। इसके बाद जिला प्रोबेशन अधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी बच्चे और उनके परिजनोंकेसाथजिला महिला अस्पताल पहुंचे। बाल रोग विशेषज्ञ डा. एसके पाल ने बच्चे की जांच की और बताया कि यह जन्मजात सेरेब्रल पाल्सी की बीमारी पीड़ित है। इसलिएबाल न्यूरो विशेषज्ञ से दिखाने की जरूरत है। इसके लिए उन्होंने झांसी मेडिकल कालेज जाने की सलाह दी। इसकेसाथ ही कुछ दवाइयां भी दी। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि रंजना का ससुरालीजनों से विवाद चल रहा है। ससुरालीजनों ने रंजना को प्रताड़ित करते हुए घर से निकाल दिया है और वह अपने पिता सोबरन के पास रह रही हैं। रंजनाकी दुख भरी कहानी सुनकर जिला प्रोबेशन अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी ने ढांढस बंधाया और मदद का भरोसा दिया। उन्होंने रंजना को समझाया कि जब तक वह झांसी इलाज के लिए नहीं जा पा रही हैं, तब तक वह घर पर ही बच्चे को व्यायाम कराएं । इस पर दोनों अधिकारियों ने अपनी तरफ से वाकर का इंतजाम किया। समझाया कि वाकर पर बच्चे को रोजाना चलवाएं, इसका लाभ मिलेगा। अधिकारियों की दरियादिली देखकर रंजना और उसके साथ आए लोगों ने अधिकारियों को साधुवाद दिया। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कुठौंद ब्लाक की बाल विकास परियोजना अधिकारी गीता वर्मा को निर्देशित किया कि बच्चे को ससमय पोषाहार की व्यवस्था कराएं । जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि वह जल्द बच्चे को झांसी में इलाज की व्यवस्था कराएंगे।
क्या है सेरेब्रल पाल्सी की बीमारी
सेरेब्रल पाल्सी एक न्यूरोलाजिकल डिस्आर्डर है, जो बच्चों की शारीरिक गति, चलने फिरने की क्षमता को प्रभावित करता है। दरअसल सेरेब्रल का अर्थ मस्तिष्क के दोनों भागों से होता है और पाल्सी का अर्थ शारीरिक गति की कमजोरी या समस्या से है। यह एक तरह की दिव्यांगता है, जिसमें बच्चों को वस्तु पकड़ने और चलने में समस्या होती है।यह रोग मस्तिष्क के किसी हिस्से में चोट लगने के कारण होता है।
(जी.एन.एस)