असारवा सिविल अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने खत्म की हड़ताल
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
अहमदाबाद : अहमदाबाद के असारवा सिविल अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अपनी मांगों को हड़ताल पर उतर गए थे। गुजरात स्वास्थ्य विभाग ने आश्वासन दिया है कि वह उचित चर्चा के लिए तैयार है जिसके बाद डॉक्टरों ने 13 दिन बाद हड़ताल को समाप्त कर दिया है। सिविल अस्पताल के निदेशक और डीन ने कल स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों से गांधीनगर में मुलाकात की थी और हड़ताल पर उतरे डॉक्टरों की मांग को सामने रखा था। बैठक के बाद रेजिडेंट डॉक्टरों ने फिर से ड्यूटी शुरू कर दी है। मुलाकात के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल सही फैसला लेंगे।
सिविल अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल 13 दिनों तक चली, स्वास्थ्य विभाग धरना का समाधान नहीं कर सका, जिससे गरीब-सामान्य वर्ग के मरीजों को परेशानी हो रही थी। रेजिडेंट डॉक्टरों की मांग है कि तीन साल के रेजीडेंसी के 36 महीनों में से 17 महीना कोविड महामारी में काम करने के लिए 1 साल के बॉन्ड को सीनियर रेजिडेंसी के तौर पर गिना जाए।
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल गामेती ने बताया कि साल 2019 में एमडी/एमएस रेजीडेंसी में दाखिले के बाद मार्च 2020 से कोविड के मामले आने शुरू हो गए थे। मेडिकल कॉलेज और सिविल अस्पताल में पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टर के 3 बैच हैं यानी R1, R2, R3 के बजाय केवल दो बैच कार्यरत हैं। अगर कोरोना के दौरान को कार्यकाल को अनुभव के रूप में मान लेती है तो इससे सरकार को और अधिक अनुभवी डॉक्टर मिल सकेंगे। पिछले साल हमें आश्वासन दिया गया था कि 2019 और 2020 बैच के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी।
(जी.एन.एस)