बांसवाड़ा जिले के किसानों को सिंचाई के लिए खास सौगात
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
जयपुर : मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने बांसवाड़ा जिले में माही परियोजना से अपर हाई लेवल नहर के निर्माण के लिए 2500 करोड़ रूपए तथा श्री हरिदेव जोशी नहर एवं इसकी वितरण प्रणाली के सुढीकरण कार्य के लिए 129.19 करोड़ रूपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।
श्री गहलोत ने आदिवासी अंचल के विकास से संबंधित इस परियोजना में 121 अतिरिक्त गांवों को भी कमाण्ड क्षेत्र में सम्मिलित किया है। इस परियोजना से अब बांसवाड़ा जिले के बांसवाड़ा, बागीदौरा, आनन्दपुरी, सज्जनगढ़, कुशलगढ़ व गांगडतलाई तहसिलों के कुल 338 गांवों के 41903 हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इससे क्षेत्र के किसानों के सामाजिक एवं आर्थिक जीवन स्तर में वृद्धि होगी।
फव्वारा पद्धति से सिंचाई
मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकृति से 105 कि.मी. लम्बी नहर का निर्माण किया जाएगा जिसका डिस्चार्ज 20 क्यूसेक होगा। परियोजना के तहत सम्पूर्ण सिंचित क्षेत्र में दबाव आधारित पाइप लाइन द्वारा 1.25 हैक्टेयर की इकाई तक फव्वारा पद्धति से सिंचाई होगी। इससे जल संचय में आसानी होगी और सिंचाई हेतु अधिक जल मिल सकेगा। परियोजना के लिए भूमि अवाप्ति एवं अन्य वैधानिक स्वीतियों का कार्य जारी है।
माही परियोजना के मौजूदा कमाण्ड क्षेत्र मेें दो प्रमुख नहरों दायीं मुख्य नहर और बायीं मुख्य नहर तथा मूंगडा नहर द्वारा सीधे मुख्य बांध से जल ले जाया जाता है। दोनो नहरें, बायीं और दायीं नहर आर.एल. 230 मीटर पर कागदी पिकअप वीयर से जल ले जा रही हैं।
338 गावों को मिलेगा सिंचाई के लिए पर्याप्त जल
प्रारम्भ में अपर हाई लेवल केनाल परियोजना के तहत बांसवाड़ा, बागीदौरा, आनन्दपुरी, सज्जनगढ़, कुशलगढ़ तथा गांगडतलाई तहसील के 217 गांवों के 27340.82 हैक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए बांसवाड़ा तहसील के बोरतालाब गांव के पास सेडल डेम नं.-1 से अपर हाई लेवल केनाल योजना प्रस्तावित थी। स्थानीय नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों की मांग पर अन्य असिंचित क्षेत्र को भी इस परियोजना में शामिल किया गया है जिससे अब कुल 338 गांवों को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने वर्ष 2022-23 के बजट में अपर हाई लेवल नहर परियोजना की घोषणा की थी। पिछली सरकार द्वारा वर्ष 2018 में नवीन षि सिंचित क्षेत्र सृजित किए जाने हेतु माही परियोजना में से अपर हाई लेवल नहर के निर्माण की घोषणा की गई थी, किन्तु कार्यों को प्रारम्भ नहीं किया गया।
हरिदेव जोशी नहर तंत्र के लिए 129.19 करोड़ रूपए
मुख्यमंत्री द्वारा हरिदेव जोशी नहर तंत्र के लिए स्वीकृत 129.19 करोड़ रूपए से लगभग 12,891 हैक्टेयर भूमि में सिंचाई जल की दक्षता में वृद्धि होगी एवं किसानों को सिंचाई के लिए आवश्यक जल की सुनिश्चितता हो सकेगी। प्रस्तावित कार्य से बांसवाड़ा जिले के बागीदौरा विधानसभा क्षेत्र की आनन्दपुरी तहसील व आसपास के सैकड़ों किसानों को लाभ मिलेगा।
श्री गहलोत द्वारा स्वीकृति से हरिदेव जोशी नहर एवं इसकी वितरण प्रणाली के अंतर्गत रोहनिया माईनर, छाजा माईनर एवं आम्बादरा माईनर के साथ-साथ 52 माईनर एवं सब माईनरों की कुल 270 कि.मी. लम्बाई में मरम्मत के कार्य किए जाएंगे, जिनकी वर्तमान स्थिति जीर्ण-शीर्ण है। इससे उपयोगी सिंचाई जल नहरों की लाईनिंग एवं नहरी तन्त्र की संरचनाओं से रिस कर व्यर्थ चला जाता है।