मंत्री बनने के बाद पहली बार रामपुर पहुंचे स्वतंत्र देव सिंह
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
रामपुर : उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बनने के बाद पहली बार जनपद रामपुर पहुंचे जल शक्ति विभाग (सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियन्त्रण, परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग)/प्रभारी मंत्री मुरादाबाद मण्डल स्वतंत्र देव सिंह । जनपद रामपुर में उन्होंनेभ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत सबसे पहले विकास भवन स्थित सभागार में पहॅुचकर सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की स्थिति के साथ-साथ जनपद में शान्ति एवं कानून व्यवस्था के दृष्टिगत अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की योजनाओं एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले में की गई प्रभावी कार्यवाहियों के बारे में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और मुख्य विकास अधिकारी से जानकारी प्राप्त की। जनपद में प्रत्येक व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं की पहॅुच सुनिश्चित कराने तथा उनकी जमीनी विवाद एवं अन्य विभिन्न प्रकार की समस्याओं के समाधान के लिए आयोजित किए जा रहे मुख्यमंत्री जनकल्याण शिविर के बारे में भी उन्होंने जिलाधिकारी से जानकारी प्राप्त की तथा कहा कि लगातार 4-5 वर्षों से एक ही पटल पर तैनात कार्मिकों का पटल परिवर्तन हो जाना चाहिए। जिले में आपराधिक मामलों पर प्रभावी कार्यवाही और कानून व्यवस्था के अनुपालन की स्थिति की समीक्षा के दौरान मंत्री ने कहा कि आपराधिक तत्वों के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए कार्यवाही होनी चाहिए। जनपद में संचालित सभी थानों की स्थिति एवं वहॉ तैनात स्टाफ के बारे में भी पुलिस अधीक्षक से पूछा तथा कहा कि आमजन को न्याय मिले और दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही हो, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए। जनपद में जल संरक्षण की मुहिम के अन्तर्गत सैंजनी नदी के जीणोद्धार के लिए प्रशासनिक स्तर से शुरू कराए गए कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए हर जरूरी कदम उठाने के साथ-साथ नदी के तटीय क्षेत्रों में किसानों को भारी संख्या में पौध रोपण के लिए प्रोत्साहित किया जाय। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत नए समूहो का गठन और प्रशासनिक पहल ’’समूह से समृद्धि के बारे में भी मुख्य विकास अधिकारी ने जानकारी दी तथा बताया कि मशरूम उत्पादन, कुक्कूट पालन, प्रिंटिंग प्रेस, दोना पत्तल तैयार करना, मोमबत्ती तैयार करना आदि कार्य स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कर रही हैं तथा इन कार्यों से उनके जीवन स्तर में भी सुधार हो रहा है।
मंत्री ने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के दृष्टिगत प्लास्टिक के प्रयोग को हतोत्साहित करें तथा डिस्पोजल के स्थान पर कुल्हड आदि को प्रोत्साहित किया जाय ताकि माटी कला से जुड़े लोगों को रोजगार के अवसर मिलें और पर्यावरण में हो रहे नुकसान को भी कम किया जा सके। जायका-ए-रामपुर को पीएम-स्वनिधि योजना से जोड़कर पराम्परागत खाद्य सामग्रियों को तैयार करने वाले लोगों के लिए स्ट्रीट वेन्डिग जोन तैयार करने की पहल की भी सराहना की। जिले में कुपोषण के उन्मूलन के लिए स्थानीय स्तर पर तैयार करायी गई पोषण किट के प्रयोग और उसके सकारात्मक परिणामों के बारे में भी जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी ने विस्तृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बताया कि कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में पोषण किट के प्रयोग से तीव्र अपेक्षित सुधार के दृष्टिगत पोषण किट उपलब्ध कराने के अभियान का एनीमिक किशोरी और गर्भवती महिलाओं तक विस्तार कर दिया गया है तथा इस पर होने वाला ग्रामीण क्षेत्रों में व्यय ग्राम पंचायत निधि से और शहरी क्षेत्रों में प्रोटेक्शन फण्ड से कराया जा रहा है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रथम चरण में चयनित ग्रामों में भूमि की उपलब्धता के बारे में पूछताछ के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि चिन्हित सभी ग्रामों में भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जा चुकी है।
जल शक्ति विभाग स्वतंत्र देव सिंह ने जिला चिकित्सालय पहॅुचकर वहॉ भर्ती मरीजों से चिकित्सालय प्रबन्धन द्वारा प्रदान किए जा रहे स्वास्थ्य उपचार और सुविधाओं के बारे में बातचीत की। इमरजेंसी वार्ड़ों में पहॅुचकर मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की। उनका हालचाल जाना तथा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सहित अन्य डाक्टरों को निर्देशित किया कि मरीजों के उपचार में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए। सभी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराना सरकार की प्राथमिकता है। जिला चिकित्सालय परिसर में स्थापित आइसोलेशन वार्ड में पहॅुचकर उन्होंने कोविड उपचार के लिए उपलब्ध जरूरी संसाधनों का जायजा लिया साथ ही आक्सीजन प्लांट पर भी पहॅुचकर प्लांट के संचालन की स्थिति के बारे में जाना।
गौ-वंश संरक्षण के लिए शासन के निर्देश पर तहसील शाहबाद के किरा में संचालित वृहद गौ संरक्षण केन्द्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने परिसर में मौजूद गौवंश के स्वास्थ्य की मॉनीटरिंग एवं भूसा/चारा की उपलब्धता की स्थिति के साथ-साथ गौवंश की नियमित देखभाल के लिए कराए गए प्रबन्ध के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने दुधारू गौवंश की उपलब्धता के बारे में भी जाना तथा कहा कि गौवंश संरक्षण के लिए परिसर में सभी जरूरी प्रबन्ध होने चाहिए। मंत्री का पटवाई स्थित अमृत सरोवर का निरीक्षण* ,प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप ग्राम पंचायत पटवाई में तैयार कराए गए देश के पहले अमृत सरोवर की विशेषताओं को जानने के लिए मंत्री पटवाई पहुँचे। अमृत सरोवर में जन सुविधा के लिए विकसित की गई सुविधाओं के बारे में उन्होंने जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से जानकारी प्राप्त की।
(जी.एन.एस)