आयुष्मान योजना से खाली हुई तिजोरी: MP में मरीजों की सुपरफास्ट रफ्तार ने चौंकाया सत्ता और विपक्ष

भोपाल 
 आमतौर पर मरीज अच्छे अस्पताल में इलाज कराने की चाहत रखते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश विधानसभा के सत्र में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. इसके अनुसार मध्य प्रदेश के मरीजों ने बीते 5 सालों में ऐसी जगहों पर इलाज कराया, जहां की स्वास्थ्य सुविधाएं बहुत कमतर हैं. पिछले 5 साल के दौरान मध्यप्रदेश सरकार ने दूसरे राज्यों को इलाज के लिए 417 करोड़ 75 लाख रुपए का भुगतान करना पड़ा है.

बीते 5 साल में 1.31 लाख मरीज बाहरी राज्यों में पहुंचे इलाज कराने

बता दें कि मध्य प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं और हेल्थ टूरिज्म का दावा किया जाता है. वहीं मध्यप्रदेश के बड़ी संख्या में मरीज प्रदेश से बाहर इलाज कराने जा रहे हैं. पिछले 5 साल में मध्यप्रदेश के 1 लाख 31 हजार 830 मरीजों ने आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश के बाहर इलाज कराया. चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से कई राज्य और उनके जिले ऐसे हैं, जहां स्वास्थ्य सेवाएं मध्यप्रदेश से कमतर हैं.

नेता प्रतिपक्ष के सवाल के जवाब में मिली जानकारी

मध्यप्रदेश के मरीजों द्वारा प्रदेश के बाहर इलाज कराने की यह चौंकाने वाली जानकारी सरकार ने ही सदन में दी है. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार से पिछले 5 साल के दौरान प्रदेश के बाहर इलाज कराने जाने वाले आयुष्मान कार्ड धारकों की जानकारी मांगी थी. जवाब में जो जानकारी सामने आई है, उससे सरकार को भी चिंता में डाल दिया है. दरअसल, मध्यप्रदेश के मरीज उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार के ऐसे जिलों में भी इलाज कराने पहुंचे हैं, जहां मध्यप्रदेश के मुकाबले कमतर स्वास्थ्य सुविधाएं मौजूद हैं.

छत्तीसगढ़ के सरगुजा तक इलाज कराने पहुंचे मरीज

मध्यप्रदेश के मरीज छत्तीसगढ़ के कांकेर, सरगुजा, बस्तर, कोरबा तक के अस्तपालों में मध्यप्रदेश के मरीज इलाज के लिए पहुंचे. इसी तरह उत्तर प्रदेश के ललितपुर, बलिया, बदायूं, चंदौली तक भी इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. मध्यप्रदेश के मरीजों ने झारखंड, हरियाणा, जम्मू कश्मीर तक में आयुष्मान से इलाज कराया है. मध्य प्रदेश की सीमा से सटे गुजरात, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. मध्यप्रदेश से गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ के बस्तर व सरगुजा जिलो तक इलाज के लिए जाने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

साल 2020 में किस राज्य को कितना भुगतान

विधानसभा में सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 में गुजरात के अस्तपालों को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 29.60 करोड़ का भुगतान किया गया. महाराष्ट्र को 10.35 करोड़ का भुगतान किया गया और उत्तर प्रदेश के अस्तपालों को 2.73 करोड़ का भुगतान किया गया. झारखंड, हरियाणा, जम्मू कश्मीर को भी इलाज के लिए भुगतान किया गया. वर्ष 2021 में मध्यप्रदेश से गुजरात इलाज के लिए पहुंचे मरीजों की आयुष्मान की राशि का 35 करोड़ का भुगतान किया गया. महाराष्ट्र के अस्तपालों का 11.75 करोड़ का भुगतान किया गया. उत्तर प्रदेश को 2.35 करोड़ का भुगतान किया गया.

छत्तीसगढ़ में इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी

छत्तीसगढ़ राज्य को 5.32 करोड़ का भुगतान किया गया. इसके अलावा हरियाणा, झारखंड, जम्मू-कश्मीर को भी भुगतान किया गया. वहीं, वर्ष 2022 में छत्तीसगढ़ राज्य को 5 करोड़ का भुगतान आयुष्मान इलाज की राशि की गई. गुजरात के अस्पतालों को 32.23 करोड़ का भुगतान किया गया. महाराष्ट्र को 11.14 करोड़ का भुगतान किया गया. उत्तर प्रदेश के 2.81 करोड़ की राशि दी गई. वर्ष 2023 में छत्तीसगढ़ राज्य में इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों की संख्या दोगुनी से ज्यादा बढ़ गई और इसलिए मध्यप्रदेश सरकार को छत्तीसगढ़ के अस्पतालों को 13.83 करोड़ का भुगतान किया गया.

कांग्रेस ने उठाए स्वास्थ्य सुविधाओं पर सवाल

वर्ष 2024 में मध्यप्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ के अस्तपालों को 12.19 करोड़, गुजरात के अस्पतालों को 49.72 करोड़, महाराष्ट्र को 23.75 करोड़ और उत्तरप्रदेश के अस्पतालों को 14 करोड़ का भुगतान किया गया. मध्यप्रदेश के मरीजों को इलाज के लिए आसपास के राज्यों में जाने को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. उमंग सिंघार ने कहा सरकार प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के दावे करती है, लेकिन आयुष्मान के आंकडे ही सरकार की पोल खोल रहे हैं. 

India Edge News Desk

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