वन विभाग ने बाघ पकड़ तो लिया, दस दिन में मारे थे पांच लोग
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
लखीमपुर खीरी | निघासन रेंज के मझरा पूरब बीट क्षेत्र में वन विभाग ने एक बाघ पकड़ लिया। बाघिन माँ बेटी की बात वन विभाग कर रहा था। अभी दोनों बाघिन का पता नही है। बाघ द्वारा बराबर हमले किये जा रहे थे। दस दिन में बाघ ने पांच लोग मार दिए। ग्रामीणो के आक्रोश को देख कर वन कर्मियों ने बाघ पकड़ने के लिए आधा दर्जन पिंजड़े लगाए थे। जनता के गुस्से को भांप कर मंदिर के पास डेरा जमाये वैठी वन विभाग की टीम के सदस्य मौके से भाग गये थे । ग्रामीणों ने मृतक महिला के शव को वर्फ पर लिटाकर वहीं प्रदर्शन आरम्भ कर दिया था। एडीएम, अपर पुलिस अधीक्षक ,पुलिस वल तो मौके पर पहुंच गया था। ग्रामीणो के गुस्से को देख वन कर्मी मौके पर शाम तक नहीं पहुंचे थे ।वन अधिकारी लगातार हाथियों और ड्रोन के सहारे इस आदमखोर की लोकेशन तलाश कर इसको पकड़ने की कोशिश मे लगे रहे। पूरे आपरेशन को संजय पाठक फील्ड डाइरेक्टर दुधवा व डीएफओ नार्थ एस. सुन्दरेशा के द्वारा किया जा रहा था । फील्ड डाइरेक्टर दुधवा संजय पाठक ने बताया कि पहले तो पता नही था कि यह हमलावर नर है या मादा। हम सभी दो मादा बाघिन मा बेटी का अनुमान लगा रहे थे । रात मे बाघ के पकडे जाने के बाद यह जानकारी मिली कि हमलावर दर असल नर बाघ है।फिलहाल अभी सतर्कता जरुरी है वहां और बाघ भी हो सकते हैं।दुधवा से इस टाइगर को पकड़ने के लिये हाथियों व कयी पिंजड़े भी संभावित ठिकानो पर लाकर लगा दिये गये जिनमे बकरे और पड्डे बांधे गये थे।काफी प्रयास के बाद आज रात एक हिंसक बाघ कैद हो गया है। ग्रामीणों ने कुछ राहत की सांस ली है।वन विभाग के अनुसार 15 मौतों में 10 जंगल के अंदर की है।इस लिये यह नही कहा जा सकता कि जंगल के अंदर की हुई 10 लोगों की मौत भी इसी बाघ ने की है। पकड़े बाघ को कर्तानियाघाट ले जाया गया है।
(जी.एन.एस)