उदयपुर की घटना : जांच में एनआईए को प्रदेश के एसओजी और एटीएस द्वारा पूरा सहयोग
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
जयपुर : मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने बुधवार दोपहर मुख्यमंत्री निवास पर उदयपुर की घटना को लेकर उच्च स्तरीय बैठक ली। इसमें श्री गहलोत को पुलिस अधिकारियों ने घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय पुलिस ने इस घटना में विधि विरूद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम-1967 की धारा 16, 18 एवं 20 तथा भारतीय दण्ड संहिता की धारा 302, सहपठित धारा 153 ए, 153 बी, 295 ए, 452 एवं 34 में मुकदमा दर्ज किया है। राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया। प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि यह घटना आतंक और भय फैलाने के उद्देश्य से की गई है। इनके सम्पर्क अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों से जुड़े होना प्रतीत होता है, इसलिए एनआईए द्वारा पूरे प्रकरण की जांच करना स्वाभाविक है।
बैठक में बताया गया कि एनआईए द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। जांच में एनआईए को प्रदेश के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और एंटी टेररिज्म स्क्वाड (एटीएस) द्वारा पूरा सहयोग किया जा रहा है।
शांति एवं सौहार्द्रपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए प्रभावी मॉनिटरिंग
श्री गहलोत ने प्रदेश के साम्प्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने एवं असामाजिक तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी राज्य में शांति एवं सौहार्द्रपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक घटना की बिना किसी भेदभाव से जांच की जाए। सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने के लिए शांति समिति, सीएलजी के साथ अच्छा तालमेल करके कानून व्यवस्था में इनका प्रभावी उपयोग करें।
पांचों पुलिसकर्मियों को आउट-ऑफ-टर्न पदोन्नति
मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि दोनों अपराधियों की त्वरित गिरफ्तारी करने वाले पांचों कॉन्स्टेबल श्री तेजपाल, श्री नरेन्द्र, श्री शौकत, श्री विकास एवं श्री गौतम को आउट ऑफ टर्न पदोन्नति देकर हैड कॉन्स्टेबल बनाया जाएगा। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को आदेश जारी करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री की प्रदेशवासियों से अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान पूरे देश में साम्प्रदायिक सौहार्द्र व भाईचारे के लिए जाना जाता है। यह घटना कोई साधारण घटना नहीं है, इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। सरकार इस घटना को पूरी गंभीरता से ले रही है। उन्होंने प्रदेशवासियों से शांति और साम्प्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की।
बैठक में गृह राज्यमंत्री श्री राजेन्द्र सिंह यादव, मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा, महानिदेशक पुलिस श्री एम.एल. लाठर, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह श्री अभय कुमार, महानिदेशक पुलिस इंटेलीजेंस श्री उमेश मिश्रा, अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध शाखा डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा, अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एटीएस एंड एसओजी श्री अशोक राठौड़, अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस कानून-व्यवस्था श्री हवासिंह घुमरिया, अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस सुरक्षा श्री एस. सेंगथिर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।