मियावाकी तकनीक से करीब दो सालों में ही तैयार हो जाते है जंगल

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क

वाराणसी : शहरीकरण और विकास के चलते शहरों में कम हुई हरियाली की कमी अब धीरे-धीरे पूरी हो रही है। वन विभाग शहरों में तेजी से जंगल विकसित कर रहा है । ये जंगल मियावाकी तकनीक से करीब दो सालों में ही तैयार हो जाते है। शहर में आधे दर्जन से अधिक जगहों पर कई हेक्टेयर में जंगल विकसित किये गए है। ये घने जंगल प्राकृतिक ऑक्सीजन बैंक के रूप में पर्यावरण संरक्षण और वातावरण में शुद्ध ऑक्सीजन को बनाए रखने में मददगार होंगे ।

वाराणसी में मियावाकी तकनीक से शहर के बीचो-बीच प्राकृतिक ऑक्सीजन बैंक विकसित किया जा रहा है। जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ ही लोगों को शुद्ध हवा भी मिल सके।

जिला वन अधिकारी महावीर कोलाजगी ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण और वातावरण में शुद्ध ऑक्सीजन को बनाए रखने के लिए के लिए सरकार नेशनल क्लीन एयर मिशन योजना चला रही है। योगी सरकार इस योजना को लेकर गंभीर है। इस योजना में शहर के अंदर कई जगहों पर घने वन विकसित किए जा रहे है। प्रधानमंत्री के गोद लिए गांव डोमरी और राजकीय गर्ल्स इंटर कॉलेज में दो साल पहले लगाए गए पौधे घने जंगल का रूप ले चुके है। जिसमे घास ,हर्ब्स, झाड़ी,छोटे ,मध्यम व बड़े पौधे लगाए गए है। ऑक्सीजन बैंक ऐसी जगह विकसित किये जा रहे है जिससे प्रदूषित हवा पेड़ो से फ़िल्टर होकरआबादी की तरफ़ आए। जिससे उस क्षेत्र का वातावरण शुद्ध हो जाए।

जिला वन अधिकारी ने बताया कि शिक्षा संकाय कमच्छा में 1.5 हेक्टेयर, पीएसी रामनगर में .5 हेक्टेयर, केंद्रीय कारागार में 1 हेक्टेयर ,सारनाथ के पास रिंग रोड .34 हेक्टेयर विकसित किये जा रहे है । डोमरी में 1 हेक्टेयर, राजकीय गर्ल्स इंटर कॉलेज में .25 हेक्टेयर करीब दो साल पहले लगाया गया था जो घने वन का रूप ले चुका है ,नवनिर्मित अंडर ग्राउंड बेनियाबाग पार्किंग के ऊपर पार्क में .5 हेक्टेयर में 5 जून से विकसित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जमीन की उपलब्धता के अनुसार मियावाकी तकनीक से वन विकसित करने का क्रम जारी रहेगा। कोई व्यक्ति निजी भूमि पर भी वन विकसित करना चाहता है तो वन विभाग उसकी मदद करेगा।

India Edge News Desk

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