नीतीश कुमार की सरकार ने संविदा कर्मियों को स्थाई करने का फैसला लिया
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पटना
बिहार के चुनावी मौसम में नीतीश कुमार की सरकार भी कुछ कम नौकरियों का पिटारा नहीं खोल रही हैं। अब एक बड़े वर्ग को प्रभावित करने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने एक बड़ा खेल कर दिया है। इस खेल के तहत राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के सभी संविदा कर्मियों को स्थाई करने का फैसला लिया है। इस फैसले से एक और चुनाव में राजनीतिक लाभ होगा वहीं दूसरी ओर संविदा कर्मी परमानेंट हो जाएंगे।
क्या लिया गया फैसला!
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने एक बड़ा ऐलान करते कहा कि स्वास्थ्य सेवा में लगे संविदा कर्मी को पुरस्कृत करने की जरुरत है। इसलिए उन्हें राज्य सरकार स्थाई नौकरी देकर पुरस्कृत करेगी। इन्हीं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों की बदौलत बिहार स्वास्थ्य के विभिन्न सूचकांकों में पूरे भारत में अग्रणी रहा है। इसे और भी उपलब्धियों से जोड़ने बिहार में अतिशीघ्र हेल्थ मैनेजमेंट कैडर लागू करने की प्रक्रिया पूर्ण किया जा रहा है।
होगा पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट कैडर लागू
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने संविदा स्वास्थ्यकर्मियों को स्थायीकरण के लिए घोषणा करते हुए कहा कि अतिशीघ्र ही पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट कैडर लागू किया जाएगा। यह घोषणा उन्होंने शनिवार को आईएमए हॉल में अखिल भारतीय स्वास्थ्य एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी महासंघ के द्वितीय त्रैवार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन में की।
एनएचएम कर्मी भी होंगे नियमित
मिली जानकारी के अनुसार एनएचएम कर्मी को भी नियमितीकरण किया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि यह कार्य आगामी सत्र के दौरान किया जाएगा। इस संदर्भ में पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने भी कहा कि वे आगामी विधानमंडल सत्र में एनएचएम कर्मियों को नियमितीकरण के लिए सिफारिश करेंगे।