इजरायली मिसाइलों की चपेट में आ रहे मदद मांगते गाजा के लोग, कल 74 लोग मारे गए

गाजा

"न कोई चेतावनी, न सायरन, अचानक एक विमान ने उस जगह पर हिट किया, फिर वहां कंपन ऐसी हुई जैसे भूकंप आ गया हो." इसके बाद का मंजर और भी भयावह था. सोशल मीडिया पर आ रहे वीडियो में जमीन पर खून से लथपथ और क्षत-विक्षत शव पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं तथा घायलों को कम्बलों में लपेटकर ले जाया जा रहा है.

ये आंखों देखा हाल गाजा में समंदर के किनारे बने अल-बाका कैफे में घटना के समय मौजूद एक चश्मीदद ने बताया.

एपी की रिपोर्ट के अनुसार गाजा में फूड कैफे कुछ उन स्थानों में है जहां आज भी हलचल देखी जा सकती है. यहां पर लोगों को खाना तो मिल ही जाता है, वे मोबाइल भी चार्ज कर पाते हैं और उन्हें यहां इंटरनेट का कनेक्शन भी मिल जाता है. 

ऐसी ही एक कैफे पर सोमवार को इजरायली हमले में 30 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. 

सोमवार को इजरायली हमले में फिलिस्तिनियों के हताहत होने की कुल संख्या ज्यादा है. एपी के अनुसार सोमवार को इजरायली हमलों में कम से कम 74 लोग मारे गए हैं. 

इनमें 30 तो कैफे में मरे हैं और बाकी दुखद मौतें शहर के दूसरे इलाकों में हुई है. 

शिफा अस्पताल के अनुसार गाजा सिटी की सड़क पर हुए दो अन्य हमलों में 15 लोग मारे गए. अल-अक्सा अस्पताल के अनुसार ज़ावैदा शहर के पास एक इमारत पर हुए हमले में छह लोग मारे गए.

प्रत्यक्षदर्शियों, अस्पतालों और गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजरायली सेना ने दक्षिणी गाजा में भोजन की तलाश में जुटे 11 लोगों पर हमला किया और उन्हें मार डाला.

दक्षिणी शहर खान यूनिस के नासेर अस्पताल ने कहा कि उन्हें उन लोगों के शव मिले जो मदद लेकर लौट रहे थे. 

संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को चेतावनी दी कि गाजा में मानवीय संकट चिंताजनक गति से गहरा रहा है, क्योंकि इजरायली सैन्य अभियान जीवन और बुनियादी ढांचे पर विनाशकारी प्रभाव डाल रहे हैं.

15 दिनों में 1000 लोग मारे गए

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में राजदूतों को जानकारी देते हुए मध्य पूर्व के लिए सहायक महासचिव खालिद खैरी ने कहा कि अकेले मध्य जून से अब तक 1,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं. इनमें से कई सहायता मांगने के दौरान मारे गए थे.

गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि 7 अक्टूबर 2023 से अब तक फिलिस्तीनी मौतों की कुल संख्या 56,500 को पार कर गई है.

खालिद खैरी ने कहा कि, "गाजा में पीड़ा और क्रूरता का स्तर असहनीय है." "फिलिस्तीनी लोगों को लगातार सामूहिक रूप से दंडित करना अनुचित है." खियारी ने खाद्य वितरण प्वाइंट के पास आईडीएफ द्वारा गोलीबारी से जुड़ी कई घटनाओं का हवाला दिया. 

खियारी ने हमास और अन्य फिलिस्तीनी आतंकी संगठनों द्वारा किए गए हमले के लिए संयुक्त राष्ट्र की कड़ी निंदा को दोहराया. जिसमें 1,200 से अधिक लोग मारे गए और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया. इस हमले में एक महिला सहित पचास बंधक अभी भी हमास के कैद में हैं.

उन्होंने कहा, "आतंक के इन कृत्यों को कोई भी उचित नहीं ठहरा सकता. हम इस बात से स्तब्ध हैं कि बंधकों के साथ लगातार दुर्व्यवहार किया जा रहा है और बंधकों के शवों को जब्त किया जा रहा है."

खैरी ने कहा कि, "कब्जे वाले पश्चिमी तट पर बढ़ती हिंसा चिंताजनक है." उन्होंने चेतावनी दी कि सैन्य अभियान और बसने वालों का विस्तार मौत, विस्थापन और विनाश का कारण बन रहा है.

23 लाख लोग कर रहे हैं भुखमरी का सामना

गौरतलब है कि गाजा में भोजन की आपूर्ति गंभीर संकट का सामना कर रही है. इजरायली नाकाबंदी के कारण यहां भोजन की सप्लाई नहीं हो पा रही है. मार्च 2025 से इजरायल ने भोजन, ईंधन और सहायता सामग्री की आपूर्ति पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया, जिससे अकाल जैसी स्थिति पैदा हो गई है.

एजेंसियों के मुताबिक लोग एक दिन में एक बार खाना खा पा रहे हैं या भूखे रह रहे हैं. आटे और सब्जियों जैसी बुनियादी चीजों की कीमतें 1000% तक बढ़ गई हैं. इजरायली हमलों ने खाद्य वितरण केंद्रों, बेकरियों और सहायता वाहनों को निशाना बनाया, जिससे सैकड़ों लोग मारे गए.

गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) द्वारा संचालित वितरण केंद्रों पर भीड़ के दौरान गोलीबारी में कई नागरिक मारे गए. संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठनों ने इसे युद्ध अपराध बताया है. असुरक्षित मार्गों और लूटपाट ने सहायता वितरण को और जटिल कर दिया है, जिससे 2.3 मिलियन लोग भुखमरी का सामना कर रहे हैं.
इजरायल के बिना ढह जाएगा मध्य पूर्व

इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार (30 जून) को इजरायली सैन्य नेतृत्व के सदस्यों को संबोधित करते हुए दावा किया कि इजरायल के बिना मध्य पूर्व ध्वस्त हो जाएगा. 

अगले सप्ताह ट्रंप से मिलने अमेरिका जा रहे हैं नेतान्याहू

इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अगले सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत के लिए वाशिंगटन का दौरा करेंगे. 
इस दौरे में इजरायल-हमास के बीच सीजफायर पर अमेरिका से चर्चा हो सकती है. 

व्हाइट हाउस गाजा में युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों को तेज कर रहा है. नाम न बताने की शर्त पर बोलते हुए अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आगामी यात्रा की पुष्टि की. इस बैठक का उद्देश्य गाजा में युद्ध विराम समझौते और बंधकों की रिहाई पर चर्चा को आगे बढ़ाना है.

गौरतलब है कि इजरायल-ईरान के बीच सीजफायर कराने के बाद ट्रंप ने अपना ध्यान इजरायल और हमास के बीच चल रही लड़ाई पर केंद्रित कर दिया है. अमेरिका इस युद्ध को रुकवाने के लिए काम कर रहा है. ट्रंप ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा था कि, "हमें लगता है कि अगले सप्ताह के भीतर हम युद्ध विराम पर सहमत हो जाएंगे. हालांकि उन्होंने वार्ता या समय-सीमा के बारे में और अधिक जानकारी नहीं दी. 

 

India Edge News Desk

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