केंद्र सरकार से सरना धर्म कोड लागू करने की मांग, राज्य में व्यापक जन प्रदर्शन ऐलान

दुमका

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने केंद्र सरकार से सरना धर्म कोड लागू करने की मांग करते हुए कहा कि यदि उनकी मांग को अनदेखा किया गया तो राज्य में व्यापक जन प्रदर्शन किया जाएगा। झामुमो के आह्वान पर राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत सरना धर्म कोड को लागू करने की मांग को लेकर पार्टी की ओर से यहां एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया।

झामुमो के जिलाध्यक्ष शिव कुमार बास्की के नेतृत्व में कचहरी परिसर में बीते मंगलवार को आयोजित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में जामा की विधायक व पूर्व मंत्री डाक्टर लोइस मरांडी, शिकारीपाड़ा विधायक आलोक सोरेन, सहित काफी तादाद में पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल हुए। इस मौके पर झामुमो नेता ने केंद्र सरकार से आदिवासियों की परम्परा और धार्मिक पहचान को कायम रखने के लिए सरना धर्म कोड को लागू करने की मांग की। पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति एवं केन्द्र सरकार के नाम प्रेषित एक मांग पत्र उपायुक्त आंजयेनुल दोड्डे को सौंपा। इससे पहले धरना को संबोधित करते हुए झामुमो विधायक डॉक्टर लोइस मरांडी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि केंद्र सरकार सरना धर्म कोड को लागू नहीं कर आदिवासी समुदाय के धार्मिक पहचान और पारम्परिक धार्मिक व्यवस्था के संरक्षण की अनदेखी कर रही है।

झामुमो नेता ने कहा कि राज्य सरकार ने कई साल पूर्व सरना धर्म कोड लागू करने से संबंधित प्रस्ताव पारित कर अनुमोदन के लिए केंद्र सरकार को भेज दिया है, लेकिन केन्द्र सरकार उक्त प्रस्ताव पर कोई निर्णय नहीं लेकर आदिवासी समुदाय को उनके अधिकार से वंचित रह रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने विपक्ष के दबाव पर समूचे देश में जातिगत गणना कराने का निर्णय लिया है, लेकिन आदिवासी समुदाय के सरना धर्म कोड को लागू किये बगैर जातीय गणना कराने से इस समाज के लोगों को अपने धार्मिक पहचान से वंचित होना पड़ेगा। वक्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार सरना धर्म कोड शीध्र लागू नहीं करती है तो समूचे राज्य में व्यापक आंदोलन एवं जन प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

 

India Edge News Desk

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