आई.एन.आई.एफ.डी कैंपस पहुँची हैंडलूम ऑन व्हील्स बस

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
भोपाल : कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग अंतर्गत मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, म.प्र. हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम तथा रेशम संचालनालय द्वारा संयुक्त रूप से संचालित हैंडलूम ऑन व्हील्स बस राष्ट्रीय फैशन प्रोद्योगिकी संस्थान, भौंरी तथा आई.एन.आई.एफ.डी कैंपस पहुँची। छात्रों द्वारा खादी, रेशमी एवं हैंडलूम उत्पादों और इनकी उत्पादन प्रक्रिया के सम्बन्ध में चर्चा की।
प्रदेश के कारीगरों द्वारा वर्षों से संरक्षित की जा रही पारंपरिक उत्कृष्ट वस्त्र निर्माण प्रक्रिया तथा खादी एवं हैंडलूम से तैयार इकोफ्रेंडली व गुणवत्तापूर्ण वस्त्रों के प्रति युवाओं को आकर्षित करने के उद्देश्य से इस ड्राइव का आयोजन किया रहा है। इससे पारंपरिक वस्त्र निर्माण कार्य से संबद्ध कारीगरों, कत्तिन, बुनकरों, प्रिंटरों एवं इस क्षेत्र से जुड़े लोगो को नियमित रोजगार के साथ ही प्रदेश के साथ – साथ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर इन वस्त्रों को नवीन पहचान प्राप्त होगी।
विभाग द्वारा इस ड्राइव हेतु भोपाल एवं इंदौर शहरों में बस के माध्यम से प्रदेश के हाथकरघों पर निर्मित खादी, रेशमी एवं हैंडलूम उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इन उत्पादों में मुख्यतः सूती, ऊनी, रेशमी खादी के साथ ही हाथकरघा वस्त्रों के बाघ, बटिक, दाबू, नान्दना प्रिंटेड रनिंग मटेरियल एवं रेडीमेड गारमेंट्स उपलब्ध कराये जायेंगे। बस में उपस्थित विभागीय स्टाफ द्वारा आमजन एवं युवाओ को हाथकरघा उत्पादों की कताई, बुनाई, प्रिंटिंग एवं अन्य प्रक्रियाओं तथा इन वस्त्रों के महत्व के बारे में जानकारी दी जा रही है।
भोपाल एवं इंदौर शहरों में हैंडलूम ऑन व्हील्स संचालित की जा रही है जो प्रतिदिन अलग-अलग रूटों पर विभिन्न कॉलेज, विश्वविद्यालय, इंस्टिट्यूशन स्थानीय बाजार तथा साप्ताहिक हाटों में खादी एवं हाथकरघा के विषय में जागरूक कर रहा है। इस प्रयास से हाथकरघा उत्पादों तथा इससे जुड़े कारीगरों के प्रति लोगो में सम्मान एवं लगाव जागृत होगा। इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य प्रदेश की पारंपरिक वस्त्र निर्माण कला की धरोहर को संरक्षित एवं समृद्ध करना है।
इसी के साथ विभाग द्वारा एक डिजाइन कंपटीशन की भी शुरुआत की गई है जिसमें प्रदेश के लोगों द्वारा खादी, हैंडलूम एवं रेशम के कपड़ों पर ड्रेस डिजाइन कर उपहार भी जीते जा सकते हैं। इस प्रतियोगिता में विभाग द्वारा चयनित एंपोरियम एवं विक्रय केंद्रों से रनिंग मैटेरियल खरीद कर आप अपनी डिजाइन तैयार कर विभाग को जमा कर सकते हैं, जिसके पश्चात विभाग द्वारा जमा की हुई डिजाइन में से श्रेष्ठ डिजाइन का चयन कर उन डिजाइनर्स को उपहार स्वरूप भोपाल एवं इंदौर शहरों के बिलबोर्ड्स होल्डिंग्स आदि पर प्रदर्शित किया जाएगा।