कोहली 58 रन बनाते ही रच देंगे इतिहास, तेंदुलकर का टूट जाएगा महारिकॉर्ड

मुंबई

क्रिकेट जगत में हमेशा ही विराट कोहली की तुलना सचिन तेंदुलकर के साथ की जाती है. फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट जो भी कहें, लेकिन विराट कोहली का मानना है कि वह सचिन को टीवी पर देखते हुए बड़े हुए हैं. ऐसे में उनका सचिन के साथ तुलना करना नाइंसाफी होगा. सचिन को भारतीय टीम से संन्यास लिए काफी साल हो गए हैं. वहीं किंग कोहली देश के लिए अब भी इंटरनेशनल लेवल पर शिरकत कर रहे हैं. यहां वह क्रिकेट के 2 प्रारूप वनडे और टेस्ट में सक्रीय हैं, जबकि टी20 वर्ल्ड कप 2024 की सफलता के साथ ही उन्होंने टी20 फॉर्मेट को अलविदा कह दिया है.
इतिहास रचने के करीब विराट कोहली

टीम इंडिया को जल्द ही बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. यहां किंग कोहली का बल्ला चलता है तो वह एक रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे. दरअसल, मौजूदा समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे तेज 27,000 रन बनाने का खास रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज है. उन्होंने 623 पारियों (226 टेस्ट पारी, 396 वनडे पारी और 1 टी20) के बाद 27,000 के आंकड़े को छुआ था.

वहीं आगामी सीरीज के दौरान विराट कोहली के बल्ले से 58 रन निकलते हैं तो वह सचिन के इस खास उपलब्धि को अपने नाम कर लेंगे. फिलहाल उन्होंने देश के लिए 591 पारियां खेली हैं और 26942 रन बनाए हैं.
कोहली को 8 पारियों में 58 रन की दरकार

ऐसा नहीं है कि कोहली बांग्लादेश के खिलाफ 58 रन नहीं बनाते हैं तो वह खास उपलब्धि से चूक जाएंगे. सचिन का खास रिकॉर्ड तोड़ने के लिए उनके पास पर्याप्त मौके हैं.

पूरी संभावना नजर आ रही है कि आगामी सीरीज में कोहली, सचिन के इस खास उपलब्धि को अपने नाम कर लेंगे. ऐसा करते ही कोहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के 147 सालों के इतिहास में 600 से कम पारियों में 27,000 रन तक पहुंचने वाले पहले क्रिकेटर भी बन जाएंगे.
इन 3 दिग्गजों के नाम दर्ज है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 27000 से अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड

मौजूदा समय में सचिन तेंदुलकर के अलावा अलावा ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग और श्रीलंकाई पूर्व क्रिकेटर कुमार संगकारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 27000 से अधिक रन बनाए हैं.

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Back to top button