शरद पवार ने किया पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला, एनसीपी में हड़कंप
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
मुंबई : महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के मद्देनजर NCP अध्यक्ष और दिग्गज राजनेता शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। उन्होंने यह बड़ा फैसला ‘लोक माझे सांगाती’ के पुस्तक विमोचन समारोह में लिया। उन्होंने बताया कि वह अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे।
अध्यक्ष के इस्तीफे की खबर से एनसीपी में हड़कंप मच गया है। पार्टी कार्यकर्ता अपील कर रहे हैं कि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। पवार ने जून 1999 में कांग्रेस से नाता तोड़ लिया और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गठन किया।
अपने भाषण के दौरान बोलते हुए, पवार ने कहा, “राज्यसभा के सदस्य के रूप में, मेरे पास संसद में तीन साल बचे हैं, इस दौरान मैं महाराष्ट्र और देश से संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करूंगा। मैं किसी भी तरह से जिम्मेदारी नहीं लूंगा।” पवार ने अपने भाषण के दौरान आगे कहा कि, ‘हालांकि मैं पद से हट रहा हूं, लेकिन मैं सार्वजनिक जीवन से रिटायर नहीं हो रहा हूं। ‘निरंतर यात्रा’ मेरे जीवन का अभिन्न अंग बन गई है। सार्वजनिक आयोजनों, सभाओं में भाग लेते रहेंगे। चाहे मैं पुणे, मुंबई, बारामती, दिल्ली या भारत के किसी अन्य हिस्से में रहूं, मैं हमेशा आप सभी के लिए उपलब्ध हूं।’
चार बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, रक्षा और केंद्रीय कृषि मंत्री रहे पवार ने 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार बनाने के लिए एनसीपी, कांग्रेस और वैचारिक रूप से भिन्न शिवसेना को एक साथ लाया। अब पवार के इस्तीफे की घोषणा के बाद एमवीए का भविष्य संदेह के घेरे में है।
पवार ने कहा कि पार्टी प्रमुख की जिम्मेदारी किसे दी जाए, यह तय करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पैनल में सुप्रिया सुले, अजीत पवार, प्रफुल्ल पटेल, जयंत पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, छगन भुजबल और अन्य जैसे वरिष्ठ सदस्य होने चाहिए।