लाल रूमाल को सौभाग्य का प्रतीक मानते रहे हैं कई खिलाडी

नई दिल्ली
बीते दिनों हुए टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत के सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने सिर पर लाल रूमाल बांधकर बल्लेबाजी की और ताबड़तोड़ चौके-छक्कों की बरसात कर दी। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में सिर्फ बल्ले से ही नहीं, बल्कि गेंद से भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे भारत की जीत में उनका अहम योगदान रहा। दिलचस्प बात यह रही कि अभिषेक शर्मा से पहले भी कई दिग्गज खिलाड़ी लाल रूमाल को अपने सौभाग्य का प्रतीक मानते रहे हैं। वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुली और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ भी लाल रूमाल का उपयोग कर चुके हैं। लाल किताब के अनुसार, सिर पर टोपी पहनना, पगड़ी बांधना या लाल रूमाल रखना सौभाग्य को बढ़ाता है। ज्योतिष के अनुसार, लाल रंग ऊर्जा, जोश और आत्मविश्वास का प्रतीक होता है।

यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मक शक्ति को आकर्षित करता है। विशेष रूप से मेष राशि वालों के लिए लाल रंग अत्यधिक शुभ माना जाता है, क्योंकि इसका स्वामी ग्रह मंगल होता है। अभिषेक शर्मा का जन्म 4 सितंबर 2000 को हुआ था और उनकी राशि मेष है। ज्योतिष के अनुसार, मेष राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह का मजबूत होना सफलता दिलाने में मदद करता है। सिर पर लाल रूमाल बांधने से मंगल ग्रह को बल मिलता है, जिससे व्यक्ति का साहस, आत्मविश्वास और ऊर्जा कई गुना बढ़ जाती है। यही कारण है कि क्रिकेट के मैदान में लाल रूमाल कई खिलाड़ियों के लिए भाग्यशाली साबित हुआ है। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को भी लाल रूमाल बेहद प्रिय था। 2008 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में सहवाग ने 319 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी, और उस दौरान उनके पास लाल रूमाल था। इसे क्रिकेट प्रेमी एक संयोग मान सकते हैं, लेकिन ज्योतिष और लाल किताब में इसे शुभ संकेत के रूप में देखा जाता है। अभिषेक शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने प्रदर्शन से यह साबित कर दिया कि लाल रूमाल सिर्फ एक टोटका नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और ऊर्जा का प्रतीक भी हो सकता है।

 

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Back to top button