Trending

भूस्खलन में 85 लोगों की मौत देश में लगातार बारिश और बाढ़ के कारण आ रहे भूस्खलन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में मूसलाधार बारिश के बाद भूस्खलन की दो अलग-अलग घटनाओं में कुल 44 लोगों की मौत हो गई है. 35 घायलों का इलाज चल रहा है.

देश में लगातार बारिश और बाढ़ के कारण भूस्खलन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. भारी बारिश और बाढ़ ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ने महाराष्ट्र में रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी में बुधवार को हुए भूस्खलन के संबंध में अपना खोज और बचाव अभियान बंद कर दिया है।

Mahad, Raigad landslide update total of 44 bodies retrieved from debris till now from 2 locations Raigad Landslide: महाराष्ट्र के रायगढ़ में मूसलाधार बारिश के बाद भूस्खलन से 44 लोगों की मौत, 35 घायलों का इलाज जारी

रायगढ़ प्रभारी मंत्री उदय सामंत ने कहा कि भूस्खलन स्थल पर किसी को भी भीड़ नहीं लगानी चाहिए. वहां सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. सामंत ने कहा कि एनडीआरएफ कर्मियों सहित 1100 से अधिक लोग चार दिनों तक चले बचाव और राहत कार्य में लगे हुए थे।

गांव में 228 लोग थे, 57 के बारे में कोई जानकारी नहीं

जिला प्रशासन, अन्य संबंधित अधिकारियों और स्थानीय लोगों के परामर्श से बचाव अभियान बंद करने का निर्णय लिया गया है। गांव में 228 लोग थे. मुंबई से सटे रायगढ़ में दुर्गम पहाड़ी पर स्थित इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन के बाद 27 शव मिले हैं. उनमें से 57 के बारे में कोई जानकारी नहीं है, जिन्हें अब मृत मान लिया गया है। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या अब 85 हो गई है. इन मौतों में एक फायर ब्रिगेड कर्मचारी भी शामिल है.जिसकी रेस्क्यू के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। वहीं कुछ परिवारों को एक मंदिर में शरण दी गई है। शरण पाने वालों में 144 लोग हैं |

रायगढ़ भूस्खलन

भूस्खलन में 85 लोगों की मौत आपको बता दें कि 19 जुलाई की रात करीब 11 बजे इरशालगढ़ गांव पर पहाड़ टूट गया और पूरा गांव भूस्खलन की चपेट में आ गया. इसके बाद यहां 5 दिनों से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. इस बचाव अभियान में लगभग एक हजार बचावकर्मी शामिल थे, जिनमें एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ क्षेत्र के सैकड़ों पर्वतारोही भी शामिल थे।महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में मूसलाधार बारिश के बाद भूस्खलन की दो अलग-अलग घटनाओं में कुल 44 लोगों की मौत हो गई है। 35 घायलों का इलाज चल रहा है. जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने कहा, रायगढ़ जिले में कुल 6 स्थानों पर भूस्खलन हुआ है. जानकारी के मुताबिक, पहाड़ी खिसक कर नीचे करीब तीन दर्जन घरों से जा टकराई, जिससे ज्यादातर लोग बोल्डर, पत्थर और कीचड़ में फंस गए।रायगढ़ जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने बताया, ‘बचाव कार्य अभी भी एक जगह पर चल रहा है. मौके पर मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों के मुताबिक, मलबे में करीब 50 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका है |

परिजनों को दो-दो लाख की सहायता राशि देने की घोषणा

महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन से लोगों की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख व्यक्त किया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन से लोगों की मौत से दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान की जा रही है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने की घोषणा भी की है |

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोंकण के बारिश प्रभावित पहाड़ी और भूस्खलन संभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने रायगढ़ जिले में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया. ठाकरे ने जिला प्रशासन को बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया है |

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Back to top button