बिना बिल के 125 किलो चांदी जब्त, खुद को बताया कारीगर, कोलकाता से लाया था आभूषण
वह पिछले 10 साल से कोलकाता से चांदी का सामान लाकर स्थानीय सराफा व्यापारियों को बेच रहा था। लेकिन, जब्त चांदी के संबंध में वह कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाये. पुलिस ने उनसे दस्तावेज मांगे हैं।
भिलाई. दुर्ग पुलिस ने शुक्रवार को आपापुरा सदर बाजार स्थित एक घर से भारी मात्रा में चांदी जब्त की है। आपापुरा में पिछले 10 साल से किराये पर रहने वाला व्यक्ति खुद को कारीगर बता रहा है और कोलकाता से आभूषण लाने की बात कही है. लेकिन जब्त चांदी के सामान के संबंध में कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका. पकड़ी गई करीब 125 किलो चांदी की कीमत 85 लाख रुपये से ज्यादा बताई जा रही है. आशंका है कि माल दो मात्रा का हो सकता है। दुर्ग कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है |
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम दुर्ग कोतवाली पुलिस ने अपापुरा सदर बाजार के एक मकान में किराए से रहने वाले प्रकाश सिंह (60) के घर पर छापा मारा। प्रकाश सिंह मूल रूप से बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले हैं और वह अपने रिश्तेदारों सनी कुमार, आकाश कुमार और रोशन कुमार के साथ दुर्ग में रहते हैं। उसके पास से करीब 125 किलो चांदी का सामान मिला. जिसकी कीमत 85 लाख रुपये से ज्यादा है |
पिछले 10 साल से कारोबारियों से खपा रहा था चांदी की वस्तुएं
प्रारंभिक पूछताछ में प्रकाश सिंह ने खुद को आभूषण कारीगर बताया है। उन्होंने यह भी बताया कि स्थानीय सराफा व्यापारियों की मांग पर वह कोलकाता से चांदी के बर्तन, छाते और अन्य सामान लाए थे. उसने यह भी दावा किया है कि वह पिछले 10 साल से इसी तरह कोलकाता से चांदी का सामान ला रहा है और स्थानीय सर्राफा व्यापारियों को बेच रहा है. लेकिन, जब्त चांदी के संबंध में वह कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाये.
पुलिस ने उससे दस्तावेज लियेताकि यह पता चल सके कि जब्त किए गए माल के वैध बिल हैं या अवैध रूप से खपाए जा रहे थे
दुर्ग सिटी कोतवाली टीआई महेश ध्रुव ने बताया कि प्रकाश सिंह और उसके रिश्तेदारों के पास से करीब 125 किलो चांदी के सामान मिले हैं। वह उन्हें ट्रेन से कोलकाता से दुर्ग ले आया। अब इसे धारा 102 के तहत जब्त कर लिया गया है। दस्तावेज मंगाए गए हैं। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।