बिलासपुर में कांस्टेबल से हाथापाई कर फाड़ी वर्दी
गणेश विसर्जन के दौरान DJ बंद कराने गए थे पुलिसकर्मी, 7 आरोपी गिरफ्तार

बिलासपुर : बिलासपुर में पुलिस ने डीजे बंद कराने की सख्ती दिखाई तो युवकों ने पुलिसकर्मियों से ही हाथापाई कर दी। झूमाझटकी के दौरान एक कांस्टेबल की वर्दी फट गई। पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना कोनी थाना क्षेत्र की है।
दरअसल हाईकोर्ट की सख्ती के बाद भी छत्तीसगढ़ में नियमों का उल्लंघन कर डीजे बजाया जा रहा है। गणेश प्रतिमा स्थापित करने और विसर्जन के बहाने शहर से लेकर गांव तक तेज आवाज में डीजे बजाई जा रही है। जबकि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने जिला व पुलिस प्रशासन को कोलाहल नियंत्रण अधिनियमों का सख्ती से पालन करने आदेश दिया है।
इन जगहों पर वर्जित है डीजे :
इस आदेश में न्यायालय, शैक्षणिक संस्थान, सार्वजनिक स्थल जैसे आडिटोरियम, होटल, जन प्रतीक्षालय, सभा केन्द्र, लोक कार्यालय, शापिंग माल, सिनेमा हाल, पुस्तकालय खुला मैदान, अस्पताल, लाइब्रेरी और शासकीय आवास में किसी प्रकार का ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग पूरी तरह वर्जित किया गया है।
पुलिस की सख्ती :
एसपी संतोष कुमार सिंह ने सभी पुलिस अफसरों और थाना प्रभारियों को डीजे को बंद कराने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद से डीजे की जब्ती बनाकर कार्रवाई की जा रही है। शनिवार की रात पेट्रोलिंग पर निकले कोनी थाने के आरक्षक महादेव कुजुर ने छोटी कोनी के पास गणेश प्रतिमा विसर्जन करने निकले युवकों का ग्रुप देखा।
कांस्टेबल से मारपीट :
युवक देर रात करीब 11 बजे पेट्रोल पंप के पास तेज आवाज में डीजे बजाते जा रहे थे। आरक्षक ने युवकों को साउंड सिस्टम की आवाज कम करने की समझाइश दी तो युवक उसके साथ हुज्जतबाजी करने लगे। इस दौरान युवकों ने झूमाझपटी करते हुए आरक्षक को घेर लिया और उसकी वर्दी फाड़ दी। जिसकी शिकायत थाने में की गई।
इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी :
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ कोलाहल नियंत्रण अधिनियम 1985 के तहत केस दर्ज किया है। छोटी कोनी निवासी दीपक गढ़ेवाल उर्फ सूरज (23), अजय गढ़ेवाल (19), दुर्गेश गढ़ेवाल (20), उत्तम मरावी (32), विजय जोशी (23), विनय जोशी (23) और आशीष अनंत (20) को गिरफ्तार किया है।