शांतिपूर्ण मतदान के लिए आयोजित कार्यशाला में बोले डीजीपी-नक्सल प्रभावित जिलों में शांतिपूर्ण मतदान का लक्ष्य
विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला में पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारी शामिल हुए.

रायपुर: विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला में पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारी शामिल हुए. पुलिस कॉन्फ्रेंस हॉल में कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीजीपी अशोक जुनेजा ने कहा कि मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ी और नक्सल प्रभावित जिलों तक शांतिपूर्ण मतदान कराने का लक्ष्य रखा गया है |
चुनाव से पहले, चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद पुलिस की बड़ी भूमिका होती है
पुलिस को ऐसा माहौल बनाए रखना है कि कोई अप्रिय स्थिति न बने।शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर सीमावर्ती और दूसरे राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के साथ भी रणनीति बनायी गयी है. कार्यशाला के पहले दिन राज्य के 14 जिलों के नोडल पदाधिकारियों और चुनाव कोषांग में तैनात पुलिस पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया. शेष 19 जिलों के अधिकारियों को शनिवार को प्रशिक्षण दिया जायेगा |
डीजीपी ने कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में जन प्रतिनिधियों का चुनाव महत्वपूर्ण है
निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराने की पूरी जिम्मेदारी प्रवर्तन एजेंसी एवं अन्य संस्थाओं की है। योजना बनाकर मतदान कराना इसलिए जरूरी है, क्योंकि आचार संहिता लागू होने पर पुलिस अधिकारियों को इसे समझने और उसके अनुरूप कार्रवाई करने में कोई दिक्कत न हो।
जिलों से आने वाले प्रतिभागी यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अपने जिले में जाकर वहां के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित करेंगे। चुनाव आयोग के सहायक सीईओ नीलेश क्षीरसागर ने शांतिपूर्ण मतदान कराने में चुनाव आयोग की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यशाला के प्रथम चरण में कुल 62 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।