डॉ. दीपक मरावी को क्लीन चिट : ‘रक्षक बनने वाले ही बने भक्षक। शर्मनाक!’ : संगीता शर्मा

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क

भोपाल : हमीदिया अस्पताल भोपाल के अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी पर नर्सों ने अश्लीलता और धमकाने के गंभीर आरोप लगाए थे, लेकिन अब उन्हें इस मामले में क्लीन चिट मिल गई है। बता दें कि हमीदिया अस्पताल में कार्यरत 50 से ज्यादा पीड़ित नर्सों ने इस मामले की लिखित शिकायत चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से की थी, जिसके बाद मंत्री सारंग ने घटना को संज्ञान में लेते हुए इस मामले की जांच स्वास्थ्य विभाग के संभाग आयुक्त गुलशन बामरा को सौंप दी थी। इस क्लीन चीट पर कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा न ट्वीट कर कहा कि ‘रक्षक बनने वाले ही बने भक्षक। शर्मनाक!’

नर्सों ने आरोप लगाया था कि डॉ. मरावी उनकी छुट्टी मंजूर करते समय, कभी जॉइनिंग के दौरान अपने चेंबर में बुलाकर गंदे तरीके से छूते हैं और गंदी बातें करते हैं। नर्सों की तरफ से दिए आवेदन में डॉ. दीपक मरावी रात के वक्त शराब के नशे में हाफ पेंट पहनकर नर्सो के चेंजिंग रूम में बिना दरवाजा खटखटाए घुसकर अश्लील हरकत करने का आरोप भी लगा था। शिकायत लेटर में कहा गया था कि डॉ. मरावी ने हाल ही में अपने चेंबर में एक नर्स के साथ बलात्कार करने का प्रयास भी किया था। इसके अलावा जब नर्स ने इसका विरोध किया तो डॉ मरावी ने धमकाया और कहा कि मेरा कुछ नहीं होने वाला, क्योंकि मुझे मुख्यमंत्री ने अधीक्षक बनाया है। मैं तेरी नौकरी खा जाऊंगा और कहीं जीने लायक नहीं छोड़ूंगा।

इस मामले में नर्सों की शिकायत पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है और भोपाल के संभागीय आयुक्त गुलशन बामरा को 10 दिनों के भीतर जांच और रिपोर्ट देने को कहा था। सारंग ने कहा था, ‘मैंने संभागीय आयुक्त से कहा है कि यह जांच अस्पताल के बाहर के किसी प्रशासनिक अधिकारी से कराएं और उसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।’

इस मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि भोपाल के प्रतिष्ठित हमीदिया अस्पताल की 50 महिला नर्सों के साथ अश्लील व्यवहार का मामला सामने आया है। कार्यस्थल पर महिला सुरक्षा से जुड़ा यह अत्यंत गंभीर मामला है। तीन दिन पहले ही भोपाल में छेड़खानी का विरोध करने पर महिला पर दिनदहाड़े ब्लेड से हमला हुआ था। पीड़िता को 118 टांके लगे थे। प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के साथ कैसा खिलवाड़ चल रहा है? अपराधी इतने बेखौफ क्यों हैं? सरकार कर क्या रही है? महिला और नाबालिग बालिकाओं से अत्याचार में मध्य प्रदेश पहले ही देश में सबसे आगे है। छोटी-छोटी बच्चियां तक सुरक्षित नहीं हैं। क्या यही सुशासन है? यही कानून व्यवस्था है? सरकार को हमीदिया की घटना में अत्यंत गंभीरता से जांच और कार्यवाही करना चाहिए और प्रदेश का गौरव कोरोना योद्धा नर्स बहनों को न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने भी अधीक्षक डॉ. मरावी को तुरंत हटाने की मांग की थी। इस मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि भोपाल के प्रतिष्ठित हमीदिया अस्पताल की 50 महिला नर्सों के साथ अश्लील व्यवहार का मामला सामने आया है। कार्यस्थल पर महिला सुरक्षा से जुड़ा यह अत्यंत गंभीर मामला है। तीन दिन पहले ही भोपाल में छेड़खानी का विरोध करने पर महिला पर दिनदहाड़े ब्लेड से हमला हुआ था। पीड़िता को 118 टांके लगे थे। प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के साथ कैसा खिलवाड़ चल रहा है? अपराधी इतने बेखौफ क्यों हैं? सरकार कर क्या रही है?

महिला और नाबालिग बालिकाओं से अत्याचार में मध्य प्रदेश पहले ही देश में सबसे आगे है। छोटी-छोटी बच्चियां तक सुरक्षित नहीं हैं। क्या यही सुशासन है? यही कानून व्यवस्था है? सरकार को हमीदिया की घटना में अत्यंत गंभीरता से जांच और कार्यवाही करना चाहिए और प्रदेश का गौरव कोरोना योद्धा नर्स बहनों को न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए। कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने भी अधीक्षक डॉ. मरावी को तुरंत हटाने की मांग की थी।

लेकिन संभागीय कमिश्नर की तरफ से जांच कमेटी की रिपोर्ट में हमीदिया अधीक्षक दीपक मरावी पर कोई आंच नहीं आई है। उन्हें इस मामले में क्लीन चिट दे दी गई है। इस क्लीन चीट पर बात करते हुए कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने कहा कि ‘50 से अधिक नर्सों के साथ यौन शौषण करने वाले हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी को क्लीन चिट मिलना तय था। सरकार के संरक्षण के चलते ही नर्सों को न्याय नही मिला। डॉ मरावी को बिना निलंबित किए जांच की गई, जिससे जांच को प्रभावित किया। रक्षक बनने वाले ही बने भक्षक। शर्मनाक!’


Clean chit to Dr. Deepak Maravi: ‘Only those who become protectors become eaters’. Shameful!’ : Sangeeta Sharma

हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी द्वारा महिला कर्मचारियों एवं नर्सों के साथ हुई अश्लील हरकत और अभद्र व्यवहार की घटना को लेकर पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल हमीदिया अस्पताल पीड़ित महिला कर्मचारियों एवं पीड़ित नर्सों से मुलाकात करने पहुंचा था। अस्पताल प्रबंधन ने कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल को अंदर जाने से रोक दिया और अस्पताल की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों, प्राइवेट सुरक्षा एजेंसी, एवं पुलिस के द्वारा प्रतिनिधी मण्डल को पीड़ित नर्सों से मिलने नहीं दिया। संगीता शर्मा ने कहा कि ‘हमीदिया अस्पताल की लगभग 50 नर्सों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई मंत्रियों को लिखित और हस्ताक्षर कर अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी के खिलाफ अश्लील हरकत कर महिला कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए।’

उस समय संगीता शर्मा प्रतिनिधि मंडल के साथ अस्पताल परिसर में धरने पर बैठ गई थी और मीडिया से बात करते हुए कहा था कि नर्सों से मुलाकात का समय तय किया गया था, किंतु अधीक्षक के इशारे पर उन्हें नर्सों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। संगीता शर्मा के साथ प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हफीज, प्रवक्तागण अभिनव बरोलिया, अवनीश बुंदेला, विक्की खोंगल, अपराजिता पांडे, कुंदन पंजाबी, फरहाना खान, अनिल बब्बन बुंदेला आदि शामिल थे।

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.
Back to top button