वायनाड में भीषण बारिश, लैंडस्लाइड, मलबे में दबे 100 से ज्यादा लोग, 11 की मौत… रेस्क्यू के लिए सेना तैनात

वायनाड
केरल के वायनाड जिले में भारी बारिश के बाद हुए भयानक भूस्खलन ने तबाही मचा दी है। मेप्पडी के पास कई पहाड़ी इलाकों में हुई इस दुर्घटना में कई लोगों के मारे जाने की आशंका है। मलबे में सैकड़ों लोग फंसे हो सकते हैं। बचाव अभियान जारी है, लेकिन भारी बारिश से राहत और बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आ रही हैं। मंगलवार तड़के मेप्पडी के पास मुंडक्कई और चुरालमाला में भूस्खलन हुआ। इस हादसे में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है। चुरालमाला में एक बच्चे सहित चार लोगों की मौत हुई है, जबकि थोंडरनाड गांव में एक नेपाली परिवार के एक साल के बच्चे की मौत हो गई है।

केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने बताया कि अग्निशमन विभाग और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है। केएसडीएमए ने फेसबुक पर एक पोस्ट में बताया कि बचाव अभियान में मदद के लिए कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी वायनाड रवाना किया गया है। प्रभावित इलाकों के लोगों ने सैकड़ों लोगों के भूस्खलन के मलबे में दबे होने की जानकारी दी है। अधिकारियों ने कहा कि लगातार जारी भारी बारिश के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है।

पीएम ने की ये घोषणा
वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूँ। प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान अभी चल रहा है। केरल के मुख्यमंत्री से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।प्रधानमंत्री ने वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।

राहुल गांधी ने जताया दुख
राहुल गांधी ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि वायनाड के मेप्पडी में हुए भारी भूस्खलन से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। मुझे उम्मीद है कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं उन्हें जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।

चूरालमाला से मुंडक्कई तक का रास्ता बहा
भारी बारिश के कारण चूरालमाला का बाजार क्षेत्र मलबे से भर गया है और कई लोगों के वहां फंसे होने की आशंका है। बारिश के कारण बचाव दल को घटनास्थल तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। चूरालमाला से मुंडक्कई तक का रास्ता बह जाने से बचाव कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने चूरालमाला को मुंडक्कई से जोड़ने वाले पुल को बहा दिया, जिससे मुंडक्कई का संपर्क टूट गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहला भूस्खलन मंगलवार सुबह 2 बजे हुआ और दूसरा भूस्खलन सुबह 4 बजे हुआ। मुंडक्कई में फंसे लोगों को बचाने के लिए NDRF की 20 सदस्यीय टीम रवाना हो गई है। हैरिसन मलयालम प्लांटेशन के अधिकारियों ने बताया कि दो डिवीजनों के लगभग 200 कर्मचारियों को एक एस्टेट बंगले में रखा गया है। राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने कहा कि कोयम्बटूर से हेलीकॉप्टर मंगवाकर बचाव अभियान शुरू करने की कोशिश की जा रही है।

हेल्पलाइन नंबर जारी
जानकारी के अनुसार, भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है। स्वास्थ्य विभाग- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने आपातकालीन सहायता के लिए एक नियंत्रण कक्ष खोला है और हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 जारी किए हैं। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर Mi-17 और एक ALH सुबह 7.30 बजे सुलूर से रवाना हुए। बचाव कार्यों का समन्वय किया जा रहा है।

सेना की टुकड़ी तैनात

हादसे की भयावहता को देखते हुए सेना से रेस्क्यू ऑपरेशन का अनुरोध किया गया था, जिसके बाद सेना ने 4 टुकड़ियां जुटाई गई हैं. इनमें 122 इन्फैंट्री बटालियन (प्रादेशिक सेना) की दो टुकड़ियां और कन्नूर के DSC सेंटर की 2 टुकड़ियां शामिल हैं. बचाव अभियान के लिए अब तक तैनात सेना की कुल संख्या लगभग 225 है, जिसमें चिकित्सा कर्मी भी शामिल हैं.

इलाके के सीएमओ के मुताबिक भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है. यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक कंट्रोल रूम स्थापित कर लिया है. आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 भी जारी किए गए हैं. वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर Mi-17 और एक ALH सुबह 7.30 बजे तमिलनाडु के सुलूर से रवाना कि जाएंगे.

 

250 बचावकर्मी चला रहे रेस्क्यू ऑपरेशन

वायनाड चूरलमाला में बचाव अभियान में अग्निशमन एवं बचाव, नागरिक सुरक्षा, एनडीआरएफ और स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया दल के 250 सदस्य शामिल हैं. एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम को तुरंत मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है.

केरल के पांच जिलों में अलर्ट जारी

राज्य सरकार ने 5 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी हुआ है, उनमें कासरगोड, कन्नूर, वायनाड, कोझिकोड और मल्लपुरम शामिल है. इन जिलों में अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं.

CMO की तरफ से जारी किया गया बयान

लैंडस्लाइड के बाद सीएमओ की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि भूस्खलन को देखते हुए थामरसेरी दर्रे से होकर जरूरी वाहनों के अलावा दूसरे वाहनों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. दर्रे से होकर जाने वाले रासते को प्रशस्त करने के लिए सभी को तत्पर रहने को कहा गया है. ताकी दर्रे में ट्रैफिक जाम न हो और बचाव सामग्री मुंदकई तक पहुंचाई जा सके.

कलेक्टर के सरकारी कर्मचारियों को ये निर्देश

वायनाड कलेक्टर ने सरकारी अधिकारियों को अपने कार्यालयों में उपस्थित रहने और आवश्यकतानुसार बचाव और राहत गतिविधियों के समन्वय में शामिल होने का निर्देश दिया है. कलेक्टर ने कहा है कि बिना पूर्व अनुमति के किसी को भी जिला नहीं छोड़ना है.

वायनाड से सांसद रहे हैं राहुल गांधी

बता दें कि वायनाड कांग्रेस के दिग्गज नेता और वर्तमान में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का लोकसभा क्षेत्र रह चुका है. इस साल (2024) भी राहुल गांधी ने रायबरेली के साथ-साथ वायनाड से भी लोकसभा चुनाव जीता था, हालांकि बाद में उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी.

India Edge News Desk

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