गुवाहाटी के एक मंदिर में एक लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई
गुवाहाटी
असम की राजधानी गुवाहाटी के एक मंदिर में एक लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। शनिवार को एक अधिकारी ने बताया कि लड़की की पहचान अभी नहीं हो पाई है। पुलिस के अनुसार, 17 नवंबर को रास महोत्सव के दौरान दुर्गा मंदिर के परिसर में लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था। आरोपियों की उम्र 18 से 23 वर्ष के बीच है। अपराधियों ने कथित तौर पर इस रेपकांड को मोबाइल में फिल्माया और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसे वायरल कर दिया। वीडियो लगभग तीन सप्ताह बाद सामने आया।
गुवाहाटी पश्चिम के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) पद्मनाभ बरुआ ने कहा, “नौ आरोपियों में से आठ रॉबिन दास, कुलदीप नाथ (23), बिजॉय राभा (22), पिंकू दास (18), गगन दास (21), सौरव बोरो (20), मृणाल राभा (19) और दीपांकर मुखिया (21) को गिरफ्तार कर लिया गया है। सर्च अभियान जारी है। हमने अभी तक पीड़िता का पता नहीं लगाया है। हमारे सूत्रों के अनुसार उसे एक सप्ताह पहले एक सार्वजनिक स्थान पर देखा गया था।” उन्होंने कहा कि हमले में शामिल नौवें व्यक्ति को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
गुवाहाटी के गोरचुक पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी धर्मेंद्र कलिता को शुक्रवार को लगभग 2.30 बजे एक व्हाट्सएप पर वीडियो मिला। डीसीपी ने कहा कि उन्होंने शुरुआत में गुवाहाटी के बोरागांव इलाके से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान उन्होंने इस कांड में शामिल दूसरे आरोपियों के भी नाम बताए।
उन्होंने कहा, “पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर हमारे अधिकारियों ने नूनमाटी और जालुकबारी जैसे इलाकों में छापेमारी की। सुबह तक सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और दो फरार थे। शाम तक एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।”
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि 17 नवंबर की शाम को लड़की एक आरोपी के साथ रास महोत्सव के लिए मंदिर आई थी। डीसीपी ने कहा, "नशे में धुत नौ आरोपियों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया और इसे कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया।"
उन्होंने सोशल मीडिया यूजर्स से अपील की कि अगर उन्हें किसी भी सोर्स से वीडियो मिले तो उसे किसी को न भेजें। उन्होंने कहा, "इस वीडियो को शेयर करना एक आपराधिक कृत्य है और हम इसे शेयर करने वाले हर व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।"
बोरागांव इलाके के स्थानीय लोगों ने कहा कि मंदिर और उसके आसपास का इलाका शराब और नशीली दवाओं के सेवन का अड्डा बन गया है। कुछ महिलाओं ने दावा किया कि उन्हें पहले भी ऐसे लोगों ने निशाना बनाया है। एक महिला ने कहा, "नशे में धुत युवक अक्सर मंदिर में आने वाली महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। बुजुर्ग महिलाओं को भी इसका सामना करना पड़ता है। हमने कई बार पुलिस को इसकी शिकायत की। अगर पहले कार्रवाई की गई होती तो इस घटना को रोका जा सकता था।"