मौलाना ने की रमजान में लाउडस्पीकर की मांग, तो योगी के मंत्री बोले- ‘घड़ी आ गई है, अलार्म लगाओ’

बरेली
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मैलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने योगी सरकार से रमजान के महीने को देखते हुए एक मांग की है. उन्होंने सरकार से गुजारिश की है कि रमजान के महीने में लाउडस्पीकर की अनुमति दी जाए. उनका कहना है कि रमजान में सेहरी और इफ्तार के समय ऐलान की जरुरत होती है. जिसके लिए लाउडस्पीकर की अनुमति दी जाए.
मौलाना ने कहा कि रमजान शरीफ की शुरुआत हो चुकी है, तो खासतौर पर इफ्तार और सेहरी के वक्त ऐलान की जरुरत पड़ती है. सेहरी का टाइम सुबह 4.30-5.00 बजे होता है, इस समय लोगों को नींद अच्छी आती है. जब तक लाउडस्पीकर से ऐलान ना हो उस वक्त तक आदमी की आंख नहीं खुलती है और उसको शेड्यूल पता नहीं चल पाता है. इसलिए ये जरुरी है कि हुकूमत इसमें रमजान शरीफ के महीने में रियायत दे.
उन्होंने आगे कहा कि जहां तक लाउडस्पीकर उतारने की बात तो उसमें पक्षपात नहीं किया जाना चाहिए. कोई भी हो, मस्जिद हो, मंदिर हो, गुरुद्वारे हों, चर्च हो, अगर परमिशन नहीं है तो सबके साथ एक व्यवहार होना चाहिए. इसी को इंसाफ कहते हैं. वरना फिर ये होगा दोतरफा पैमाने होंगे इंसाफ के जिससे आवाम का हुकूमत पर भरोसा खत्म हो जाता है.
घड़ी आ गई है, अलार्म लगाओ- संजय निषाद
इस पर कैबिनेट मंत्री संजय निषाद का भी बयान सामने आया है. संजय निषाद ने कहा कि ‘जब ईश्वर-अल्लाह कण-कण में हैं तो इसकी क्या जरूरत है? कण कण में है ईश्वर तो फिर कड़क आवाज क्यों? देश में शांति चले. बच्चों की पढ़ाई में डिस्टर्बन्स होता है. सुप्रीम कोर्ट का भी ऑर्डर है, लाउड स्पीकर नहीं बजना चाहिए. पहले ठीक था, अब घड़ी आ गई है, अलार्म लगाओ.’