सृजन से जुड़कर समाज के प्रश्नों के समाधान-कारक नवाचारों के लिए आगे आएं विद्यार्थी : मंत्री परमार

सृजन से जुड़कर समाज के प्रश्नों के समाधान-कारक नवाचारों के लिए आगे आएं विद्यार्थी : मंत्री परमार

मंत्री परमार ने कहा कि सृजन कार्यक्रम के माध्यम से, नवाचारी शोध एवं अनुसंधान की दृष्टि से विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत होगी

मंत्री परमार ने सृजन (SRIJAN) कार्यक्रम के पोर्टल का किया शुभारंभ

भोपाल

उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने मंगलवार को मंत्रालय में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के द्वारा संचालित "सृजन" कार्यक्रम के पोर्टल का शुभारंभ किया। मंत्री परमार ने सृजन कार्यक्रम की नोडल एजेंसी राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को सृजन कार्यक्रम के सफल संचालन एवं इनोवेट एमपी की दृष्टि से सृजन पोर्टल को तैयार करने के लिए शुभकामनाएं दीं।

मंत्री परमार ने कहा कि सृजन कार्यक्रम के माध्यम से, नवाचारी शोध एवं अनुसंधान की दृष्टि से विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत होगी। उच्च शिक्षण एवं तकनीकी शिक्षण संस्थानों के ऐसे विद्यार्थी जो नवाचार का दृष्टिकोण रखते हैं, उन्हें नवाचारों के सृजन के लिए यह मंच तैयार किया गया है। यह मंच पंजीयन करने वाले विद्यार्थियों को नवाचार साझा करने, उसमें आगे बढ़ने एवं उनके नवाचारों के दस्तावेजीकरण के लिए सहायता प्रदान करेगा। विद्यार्थियों को शोध एवं अनुसंधान के साथ नवाचार के दस्तावेजीकरण के लिए भी विश्वविद्यालय सहयोग प्रदान करेगा। मंत्री परमार ने अपील करते हुए कहा कि नवाचार करने वाले अधिकाधिक विद्यार्थी, इस मंच के माध्यम से जुड़ें और अपने प्रोजेक्ट्स को अपलोड करें। इससे विद्यार्थियों के करियर की राहें और उनका भविष्य संवरेगा। परमार ने कहा कि सृजन कार्यक्रम, शिक्षा के क्षेत्र में भविष्य में मील का पत्थर सिद्ध होगा और प्रदेश में इसके माध्यम से अभूतपूर्व नवाचार होंगे। मंत्री परमार ने कहा कि विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट्स मात्र संस्थान परिसर तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। विद्यार्थियों को, समाज के प्रश्नों के समाधानकारक नवाचारों के लिए सशक्त मंच देने के लिए "सृजन" कार्यक्रम तैयार किया गया है। विद्यार्थियों को नवाचारों के लिए प्रोत्साहित करने के लिए यह कार्ययोजना तैयार की गई है।

मंत्री परमार के मार्गदर्शन में, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने सृजन कार्यक्रम का सूत्रपात किया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल से संबद्ध इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक एवं उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत सभी महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को वर्त्तमान में संचालित पाठ्यक्रमों के अंतर्गत विकसित किये गए नवीन प्रोजेक्ट्स को प्रदर्शित करने के लिए मंच प्रदान करना है। यह कार्यक्रम उत्कृष्ट प्रोजेक्ट्स को चिन्हित करने एवं उन्हें भविष्य में प्रोटोटाइप के रूप में विकसित करने के लिए पूर्ण सुविधा प्रदान करने का प्रयास है। सृजन कार्यक्रम, स्टार्ट-अप की स्थापना को भी प्रोत्साहित करेगा। सृजन कार्यक्रम का मूल उद्देश्य, तकनीकी एवं उच्च शिक्षण संस्थानों में, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करना है। सृजन कार्यक्रम, विद्यार्थियों को रियल लाइफ प्रॉब्लम्स एवं इमर्जिंग प्रौद्योगिकी बेस्ड प्रोजेक्ट्स पर कार्य को आगे विकसित करने के लिए प्रोत्साहित एवं सहायता प्रदान करेगा। साथ ही इनोवेटिव आइडियाज को स्टार्ट-अप में बदलने की सहायता भी प्रदान करेगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य, तकनीकी एवं उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए एक इकोसिस्टम विकसित करना एवं सहायता प्रदान करना है। यह कार्यक्रम, नवीन प्रोजेक्ट्स के माध्यम से अनुसन्धानोमुखी शिक्षा के अवसरों को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगा।

संस्थान अपने विद्यार्थियों के नवाचारी प्रोजेक्ट, सृजन कार्यक्रम के पोर्टल https://srijan.rgpv.ac.in/ पर अपलोड कर सकते हैं। इस पोर्टल पर संबंधित संस्थाओं द्वारा अप्लाई किये जाने वाले प्रोजेक्ट्स के बारे में विस्तृत विवरण अपलोड करने की व्यवस्था की गई है। प्रोजेक्ट्स अपलोड 25 मार्च से 19 अप्रैल तक किए जा सकेंगे।

सृजन कार्यक्रम के पोर्टल के शुभारम्भ कार्यक्रम में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मोहन सेन एवं डॉ. सुधीर सिंह भदौरिया सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

 

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Back to top button