भोपाल में हिंदू लड़कियों से रेप कांड, अब आरोपियों के परिवार की भी होगी जांच

भोपाल

राजधानी भोपाल में गिरोह बनाकर हिंदू युवतियों के साथ दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के मामले में पुलिस अब आरोपियों के परिवार की भूमिका को भी जांच के दायरे में लाने वाली है.

दरअसल, एक पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि उसके साथ फरहान ने जो कुछ किया, उसने इस बारे में उसकी बहन को भी बताया, लेकिन उसने बदनामी का डर दिखाया और कहा कि फरहान उसे पसंद करता है, इसलिए उसकी बात मानने में ही भलाई है. उसने कहा कि यदि बात बाहर होगी, तो लड़की होने के कारण उसकी ही बदनामी होगी.

फरहान की बहन ने पीड़िता को इस हद तक ब्रेनवॉश किया कि वह उसकी बातों में आकर वह सब करने लगी, जो फरहान ने उसे कहा. उसने बुर्के में अपनी सेल्फी भी भेजी और रोजा भी रखा. इस गिरोह में कुल छह आरोपी हैं, जिनमें मास्टरमाइंड फरहान है. इसके अलावा साहिल, साद, अली, अबरार और नबील हैं.

वहीं, भोपाल के ही एक अन्य मामले में पुलिस ने हिंदू युवतियों के साथ दुष्कर्म के आरोपी शाहरुख और उसके दोस्त जावेद को गिरफ्तार किया. लेकिन पीड़िता पर दबाव बनाने, उसे शाहरुख से संबंध बनाने और बदनामी का डर दिखाकर किसी को यह बात न बताने के आरोप में पुलिस ने जावेद के भाई फैजान और उसकी पत्नी जोया को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है.

जिस तरह इन दोनों मामलों में परिजनों पर आरोपियों को बचाने और पीड़िताओं पर दबाव बनाने के आरोप लगे हैं, उसे देखते हुए पुलिस ने तय किया है कि सभी आरोपियों के परिवार की भूमिका को भी जांच के दायरे में लाया जाएगा और उनसे जल्द पूछताछ की जाएगी.

लव जिहाद और गैंगरेप केस पर महिला आयोग सख्त, तीन सदस्यीय जांच कमिटी गठित

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लव जिहाद और गैंगरेप से जुड़ा बड़ा मामला सामने आने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस पर संज्ञान लिया है. एक निजी कॉलेज में मुस्लिम युवकों के गिरोह द्वारा हिंदू छात्राओं को प्रेम जाल में फंसा कर दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग और धर्मांतरण के लिए दबाव बनाए जाने के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. इसी बीच महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने एक तीन सदस्यीय जांच कमिटी का गठन किया है जो 3 मई से 5 मई तक भोपाल दौरे पर रहेगी और पीड़ित छात्राओं, परिजनों और अधिकारियों से मुलाकात कर रिपोर्ट तैयार करेगी.

जांच समिति की अध्यक्ष झारखंड की पूर्व डीजीपी निर्मल कौर होंगी. साथ में जबलपुर हाईकोर्ट की अधिवक्ता निर्मला नायक और महिला आयोग के अवर सचिव आशुतोष पांडे सदस्य होंगे. यह समिति सभी पक्षों से जानकारी लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट महिला आयोग को सौंपेगी.

जानकारी के मुताबिक, मुख्य आरोपी फरहान अली, अली, साहिल खान समेत अन्य ने कॉलेज में पहचान छिपाकर छात्राओं को झूठे प्रेम में फंसाया और फिर उनके साथ दुष्कर्म कर अश्लील वीडियो बनाए. इन वीडियो के जरिए उन्हें ब्लैकमेल कर उनसे अन्य लड़कियों को भी साथ लाने का दबाव बनाया गया. पीड़िताओं के मुताबिक, आरोपियों ने उन्हें नशे की हालत में कई बार हवस का शिकार बनाया और मना करने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी.

इस मामले में पीड़िताओं ने 11 अप्रैल को बागसेवनिया थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी. इसके बाद पुलिस ने लगातार कार्रवाई करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा और फरहान अली को 25 अप्रैल को जेल से ही रेप केस में दोबारा गिरफ्तार किया गया. 28 अप्रैल को अली को भी पुलिस ने भोपाल से पकड़ा. पुलिस ने अब तक आरोपियों के मोबाइल से कई आपत्तिजनक वीडियो बरामद किए हैं, जिनमें से अधिकांश डिलीट किए गए थे. इन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है.

आरोपियों की करतूतों से आक्रोशित लोगों ने अदालत परिसर में जमकर विरोध किया. जब आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया तो गुस्साए वकीलों ने उनकी पिटाई कर दी, जिससे उनके कपड़े तक फट गए. पुलिस ने बड़ी मशक्कत से उन्हें बचाया. मेडिकल के लिए जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया, तब भी हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया.

फिलहाल, सभी आरोपियों के खिलाफ POCSO अधिनियम, मध्य प्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम, भारतीय न्याय संहिता और आईटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है. पुलिस को आशंका है कि अभी और पीड़िताएं सामने आ सकती हैं, इसलिए कॉलेज की छात्राओं की काउंसलिंग भी करवाई जा रही है.

 

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Back to top button