हम अडानी के है कौन श्रंखला : भाजपा सरकार लोकतन्त्र का गला घोट रही है – तनुज पुनिया

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
बाराबंकी : भाजपा सरकार लोकतन्त्र का गला घोट रही है, सरकार कांग्रेस अध्यक्ष खरगे जी, राहुल गांधी जी के भाषण के अंशो को लोकसभा की कार्यवाही से हटवा रही है और आपने सबसे पूंजीपति मित्र गौतम अडानी के महाघोटाले की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराने जाने से क्यो डर रही है प्रधानमंत्री संसद में प्रासंगिक सवालो मे जवाब क्यो नही दे रही है। आज कांग्रेस पार्टी के साथ साथ इस देश की आवाम चाहती है कि जिस तरह 1992 में हर्षद मेहता मामले तथा 2001 में केतन पारेख मामले में जेपीसी का गठन हुआ था उसी तरह करोडो भारतीय निवेशको को प्रभावित करने वाले इस महाघोटाले की जांच के लिये जेपीसी गठित करे जिससे सच्चाई सामने आ सके।
उक्त बाते उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के मध्यजोन के अध्यक्ष तनुज पुनिया ने पूर्व सांसद डा0 पी0एल0 पुनिया के ओबरी आवास पर ‘‘हम अडानी के है कौन’’ श्रंखला में आयोजित प्रेस वार्ता में कही। तनुज पुनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सत्ता में आने के पहले कहा था कि काला धन वापस लायेगे, हर नागरिक के खाते में 15 लाख आयेगे आज देश की आवाम जानना चाहती है कि काले धन पर प्रधानमंत्री के वादे का क्या हुआ ? आज देश यह जानना चाहता है कि एक संदिग्ध शाखा वाला समूह देश की सम्पत्तियो पर एकाधिपत्य स्थापित कर रहा है और हमारी सरकारी एजेन्सियां खामोश है और उनका रास्ता सुगम बना रही है। एल0आई0सी0 द्वारा खरीदे गये अडानी समूह के शेयरो का मूल्य दिसम्बर 2022 को 83 हजार करोड था जो फरवरी 2023 को घटकर 34 हजार करोड रह गया इस तरह 30 करोड एल0आई0सी0 पालसी धारको के बचत के मूल्यो में 44 हजार करोड की कमी आ गयी। कांग्रेस पार्टी एक जिम्मेदार विपक्षी दल होने के नाते भाजपाई सत्ता के मित्र पूंजीपति मित्र अडानी द्वारा किये गये महाघोटाले से चिन्तित है और सम्पूर्ण प्रकरण की जांच संयुक्त संसदीय समिति से चाहती है।
कांग्रेस अध्यक्ष मो0 मोहसिन ने पत्रकारो से रूबरू होते हुये कहा कि अब कांग्रेस पार्टी ही नही भाजपा के नेता सुब्रमण्यम स्वामी भी इस महाघोटाले पर स्पष्ट रूप से मांग कर चुके है कि अडानी ग्रुप की सारी ऐंजन्सियो को सरकार द्वारा राष्ट्रीयकरण कर देना चाहिये। आज अडानी समूह बहुत कम समय मे हवाई अड्डो का सबसे बडा संचालक बन गया है। 13 बन्दरगाहो और टर्मिनल्स को नियंत्रित करने का काम अडानी गु्रप देख रहा है। इसी तरह प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पूंजीपति मित्र को दुनिया की अमीरो की सूची में 209 वे नम्बर से दूसरे नम्बर पर पहुंचने के लिये जनता के हितो को ध्यान में न रखकर हवाई अड्डे, बन्दगाह, रक्षा तथा बिधुत क्षेत्र में आलग हटकर मदद की हम उसके खिलाफ है। उसी का नतीजा है आज का अडानी समूह द्वारा किया गया महाघोटाला यदि सब ठीक है तो सरकार इस घोटाले की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराने से क्यो डर रही है। हम आज प्रेस वार्ता के माध्यम से मांग करते है कि प्रधानमंत्री मोदी अडानी समूह के सम्पूर्ण प्रकरण की जांच जे0पी0सी0 गठित करके कराये।