एयरपोर्ट पर डॉ. रमन ने उनका स्वागत किया, राज्य की राजनीति पर चर्चा की, अरुण साव भी मौजूद थे
छत्तीसगढ़ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने आज दोपहर स्वामी विवेकानन्द हवाई अड्डा रायपुर में केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का गर्मजोशी से स्वागत किया। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगवानी की |

रायपुर: छत्तीसगढ़ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने आज दोपहर स्वामी विवेकानन्द हवाई अड्डा रायपुर में केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का गर्मजोशी से स्वागत किया। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगवानी की. इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जम्वाल समेत अन्य बीजेपी नेता मौजूद रहे. केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कुछ देर तक बीजेपी नेताओं से राज्य की राजनीति पर चर्चा की |
इसके बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रायपुर से बीएसएफ के हेलीकॉप्टर से कांकेर के लिए रवाना हुए
कांकेर पहुंचकर सर्किट हाउस में कुछ देर विश्राम करेंगे। दोपहर 2:30 बजे मेला भाटा मैदान में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे. रक्षा मंत्री के कांकेर आगमन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. कड़ी सुरक्षा के बीच रक्षा मंत्री आम जनता को संबोधित करेंगेरक्षा मंत्री सबसे पहले पद्मश्री अजय मंडावी से मुलाकात करेंगे. इसके बाद नरहरदेव मैदान में मोदी सरकार के 9 साल के विकास कार्यों को लेकर जनसभा को संबोधित करेंगे |
उन्होंने नक्सली क्षेत्र के प्रभावित और भटके हुए लोगों को काष्ठ शिल्प कला से जोड़ते हुए क्षेत्र के 350 से ज्यादा लोगों के जीवन में बदलाव लेकर आने के साथ-साथ लकड़ी की अद्भुत कला से युवाओं को जोड़ा हैआज मैं आपके कांकेर के ही लाल अजय मांडवी से मिल कर आ रहा हूँ। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के अजय मंडावी ने काष्ठ शिल्प कला में गोंड ट्राइबल कला का समागम किया हैजबकि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में आज आदिवासी क्षेत्रों में भी गरीबों के लिए घर, शौचालय, मुफ्त बिजली और गैस कनेक्शन, स्कूल, सड़क और मुफ्त इलाज जैसी सुविधाएं उसी तेजी से मिल रही हैं |
#WATCH | Chhattisgarh: Defence Minister Rajnath Singh reaches Raipur Airport.
Defence Minister will hold a public meeting in Kanker, Chhattisgarh today. pic.twitter.com/RpZwGe01qo
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 1, 2023
आज भारत अपनी स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ मना रहा है
तब बस्तर की इस पुनीत माटी से अपने जन, जंगल, जमीन के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए, उनके दांत खट्टे करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर शहीद गुंडाधुर जैसे नायकों का स्मरण आना सहज ही है आज जब हम राष्ट्रीय मंचों से राष्ट्र निर्माण में आदिवासी समाज के योगदान की चर्चा करते हैं, तो कुछ लोगों को आश्चर्य होता है। ऐसे लोग यह नहीं समझते कि भारत की संस्कृति को मजबूत करने में आदिवासी समाज का कितना योगदान है भाइयों बहनों छत्तीसगढ बनाने के पीछे हमारे उस समय के प्रधानमंत्री अटलजी की एक ही मंशा थी कि हमारे आदिवासी भाइयो को जो सैंकड़ो साल से विकास की यात्रा में पिछड़ते रहे है, उन्हें भी आगे आने का मौका मिले |
देश के दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के लिए जो प्रतिबद्धता अटल जी के दिल में थी वही प्रतिबद्धता हमारे आज के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दिल में भी है।क्या आपने कभी सोचा था कि आदिवासी समाज की बेटी देश की राष्ट्रपति बन सकेगी। आज वह करिश्मा हो गया हैअटल जी ने इसी संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए आदिवासी समाज के बहुतायत संख्या वाले दो राज्य छत्तीसगढ और झारखंड का गठन किया। इतना ही नहीं अटल जी ने आदिवासी कल्याण के लिए एक अलग मंत्रालय भी बनाया |
#WATCH | Chhattisgarh: Defence Minister Rajnath Singh meets Padma Shri Ajay Mandavi in Kanker. pic.twitter.com/QRNHgR4gRH
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 1, 2023
जिस तरह से रमन सिंह जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार छत्तीसगढ को आगे ले जा रही थी कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने प्रदेश की दिशा ही बदल दी। जबकि केंद्र की मोदी जी की सरकार ने छत्तीसगढ के साथ कोई सैतेला व्यवहार नहीं कियाजिस तरह से रमन सिंह जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार छत्तीसगढ को आगे ले जा रही थी कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने प्रदेश की दिशा ही बदल दी। जबकि केंद्र की मोदी जी की सरकार ने छत्तीसगढ के साथ कोई सैतेला व्यवहार नहीं कियायह सब कुछ तब हुआ जब पन्द्रह में से केवल पांच साल ही भाजपा की सरकार केंद्र में थी यानि डबल इंजन का जो पावर है वह रमन सिंह जी को केवल पांच साल ही मिला। इसके बावजूद उन्होंने छत्तीसगढ को बनाया, सजाया, संवारा और देश का एक प्रगतिशील राज्य बनाया |
हमने 2003 के विधानसभा चुनावो में परिवर्तन करके डॉ. रमन सिंह को इस छत्तीसगढ़ की बागडोर सौपी। उन्होंने पन्द्रह वर्षों में इस प्रदेश का कायाकल्प किया। उन्होंने सिर्फ नया रायपुर ही नहीं बनाया बल्कि एक नया बस्तर और नया छत्तीसगढ भी बनायामैं कांकेर, बस्तर के माटी से आप सब मन के जोहार करे से, मां दंतेश्वरी के सादर प्रणाम करे से। ये माटी वीर गुंडाधूर, वीर गेंदलाल, महाराजा प्रवीर भंजदेव, जगतूदादा और धरमू दादा सबके नमन करेसे। उन सब बलिदानी मन के सूरता करेसे |