राहुल गांधी पर गुजरात हाई कोर्ट का फैसला, कमलनाथ बोले 'सच्चाई की राह कठिन
कितनी भी परीक्षाएं हो, कितनी भी साजिशें की जाएं, लेकिन अंत में जीत सत्य की ही होती है।
भोपाल : मानहानि मामले में राहुल गांधी को गुजरात हाई कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है. उनकी याचिका खारिज कर दी गई है और इस फैसले के बाद उन्हें 2024 का चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी गई है. अब उनके पास सुप्रीम कोर्ट जाने का विकल्प है. गुजरात हाई कोर्ट के इस फैसले के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा है कि उन्होंने महात्मा गांधी को याद करते हुए उन्हें उद्धृत किया है. उन्होंने कहा है कि सच्चाई का रास्ता कठिन है और राहुल गांधी ने यही रास्ता अपनाया है |
कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘मानहानि मामले में श्री राहुल गांधी जी के संबंध में गुजरात हाईकोर्ट के फैसले के बाद मुझे महात्मा गांधी का बयान याद आ रहा है. बापू ने कहा था कि सत्य का मतलब सिर्फ सच बोलना नहीं है। सत्य का अर्थ है सत्य की रक्षा के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाना और बड़े से बड़ा बलिदान देकर भी सत्य से विचलित न होना। सत्य का यह कठिन मार्ग श्री राहुल गांधी जी ने अपनाया है। हम सब उनके साथ हैं. इतिहास गवाह है चाहे कितनी भी मुसीबतें आये, चाहे कितनी भी परीक्षाये आये.कितनी भी परीक्षाएं हो, कितनी भी साजिशें की जाएं, लेकिन अंत में जीत सत्य की ही होती है।
आपको बता दें कि मोदी सरनेम से जुड़े मानहानि मामले में गुजरात हाई कोर्ट ने राहुल गांधी की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी है. हाई कोर्ट ने कहा है कि उन्हें दोषी ठहराने का निचली अदालत का आदेश उचित है और उस आदेश में हस्तक्षेप करने की कोई जरूरत नहीं है. कोर्ट ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ कम से कम 10 आपराधिक मामले लंबित हैं. ‘मोदी सरनेम’ टिप्पणी के खिलाफ मानहानि मामले में राहुल गांधी को सेशन कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई थी. हाई कोर्ट के इस फैसले के बाद अब राहुल गांधी 2024लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. इस फैसले के बाद अब उनके सामने सुप्रीम कोर्ट जाने का रास्ता बचा है |