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चुनाव से पहले आदिवासी समाज को साधने की सीएम बघेल की कोशिश, 'विश्व आदिवासी दिवस' पर दी बड़ी सौगात

विश्व आदिवासी दिवस पर बस्तर पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जगदलपुर शहर के पीजी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित आदिवासी महासभा में बस्तरवासियों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं.

बस्तर: 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस 2023 के मौके पर बस्तर पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (भूपेश बघेल) ने जगदलपुर शहर के पीजी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित आदिवासी महासभा में बस्तरवासियों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं। दरअसल, चुनाव से पहले प्रशासन की ओर से बड़े पैमाने पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था,

जिसमें आदिवासी समाज के सभी प्रमुखों के साथ बड़ी संख्या में बस्तर जिले के लोग और स्कूली छात्र भी मौजूद थे. इस मंच से मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के साथ मिलकर 20 से ज्यादा बड़ी घोषणाएं कीं सरकार को बताया. इस कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव सहित बस्तर के तीनों विधानसभाओं के विधायक और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे |

कांग्रेस सरकार में आदिवासियों का उत्थान

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पिछले पांच साल में सरकार ने आदिवासियों के हित में कई बड़े काम किये हैं. आदिवासियों की आर्थिक स्थिति में सुधार के साथ ही सबसे अधिक वन अधिकार पट्टे आदिवासियों को छत्तीसगढ़ राज्य में ही दिये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आदिवासी बहुल इलाकों में आदिवासियों का विकास हो रहा है. अब हर गांव में आदिवासी अपनी वन उपज के लिए हमारा समर्थन मूल्य, मोटरसाइकिल और कारें खरीद रहे हैंहमारी सरकार खरीद रही है, जिससे आदिवासियों के जीवन में काफी सुधार हुआ है. इसके साथ ही आदिवासी बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए विभिन्न योजनाएं भी चलायी जा रही हैं |

अब तक 2300 से अधिक देवगुड़ी का निर्माण

मुख्यमंत्री ने कहा कि घोषणा पत्र में शामिल निर्दोष आदिवासियों को जेल से रिहा करने के मामले में अब तक 1700 लोगों को रिहा किया जा चुका है. जिसमें बस्तर के निर्दोष आदिवासियों की संख्या सबसे अधिक है, जो वर्षों से बेवजह जेल में सजा काट रहे थे। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में नक्सली मौजूद थे, अब उन इलाकों में विकास कार्य हो रहे हैं. कई गांव नक्सल मुक्त हो गये हैं और अब ग्रामीण इलाकों में नक्सलवाद का डर खत्म हो रहा है और इन जगहों पर पुल, पुलिया का निर्माण किया गया है.और सरकार द्वारा सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. आदिवासी परंपरा और संस्कृति को ध्यान में रखते हुए उनके तीज-त्योहारों को संरक्षित करने के लिए गांव-गांव में देवगुड़ियों का निर्माण किया जा रहा है। अब तक 2300 से अधिक देवगुड़ियों का निर्माण किया जा चुका है।

मुख्यमंत्री ने की ये बड़ी घोषणाएं वहीं

मुख्यमंत्री बघेल ने बस्तर के आदिवासियों को संबोधित करते हुए 20 से ज्यादा बड़ी घोषणाएं की हैं, जिनमें मुख्य रूप से बस्तर संभाग के सभी जिला मुख्यालयों और 50 जिलों में बीएड और डी.एड कॉलेज खोलने की घोषणा की गई है. -शासकीय महाविद्यालय तोकापाल एवं लोहंडीगुड़ा ब्लॉक में 50 सीटर। बालक एवं बालिका छात्रावास के निर्माण की घोषणा की है।

इसके अलावा जगदलपुर में आदिवासियों की संस्कृति के प्रतीक

बूढ़ादेव गुड़ी का निर्माण और मूर्ति स्थापना की घोषणा की गई है. इसके अलावा नक्सल प्रभावित क्षेत्र बोदली से कचेनार तक 10 किमी नई डामर सड़क का निर्माण, मुंडागढ़ से लूलर दलदली तक 11 किमी सड़क का निर्माण कार्य, जगदलपुर शहर में लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से इनडोर स्टेडियम के निर्माण की भी घोषणा की गई। है। वहीं डिमरापाल में व्यावसायिक प्रतिष्ठान में आदिवासी समाज को 7 दुकानें आवंटित करने की भी घोषणा की गई है |

इसके अलावा नक्सल प्रभावित इलाकों में नई सड़कों के निर्माण की घोषणा

बालक आश्रम बोदली में भवन निर्माण की मंजूरी दी गई है. इसके अलावा जिला न्यायालय जगदलपुर चौक का नाम भूमकाल चौक के नाम पर रखने की भी घोषणा की गई है। जगदलपुर शहर के धरमपुरा में धरमू महरा के नाम पर प्रवेश द्वार बनाने की भी मंजूरी दी गई है। वहीं, नक्सल प्रभावित इलाके में अवर्ती नदी पर बड़े पैमाने पर पुल बनाने की भी घोषणा की गई है. साथ ही शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज कांकेर का नामकरण घरमन देव कंडरा के नाम से किए जाने की घोषणा की है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर और भी कई बड़ी घोषणा की है |

India Edge News Desk

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