कोविड के बाद कोरबा से बिलासपुर के बीच खाली दौड़ रही कोचुवेली एक्सप्रेस
रेल यात्रियों को नहीं मिल रहा सुपर फास्ट ट्रेन का लाभ,दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर डिवीजन में अब तक सामान्य नहीं कर पाया
कोरबा : देश भर में कोविड-19 के प्रभावित यात्री गाड़ियों को रेलवे प्रशासन द्वारा सामान्य कर दिया गया है। किसी भी जोन की गाड़ी क्यों न हों उनका परिचालन पहले की तरह किया जाने लगा है। कोरबा रेलखंड के लिए ऐसा नहीं है, क्योंकि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर डिवीजन में अब तक सामान्य नहीं कर पाया है।
कोचुवेलि सुपरफास्ट एक्सप्रेस का रैक :
यह गाड़ी है कोचुवेलि सुपरफास्ट एक्सप्रेस का रैक जिसे सेकंडरी मेंटेनेंस के लिए बुक कर भेजा जाता रहा है, लेकिन कोविड-19 के बाद से अब तक यह गाड़ी बुक होकर चलने के बजाय खाली रैक के साथ बिलासपुर दौड़ रही है और वहां से 7 घंटे बाद फिर कोरबा खाली रैक के साथ बिना बुक हुए आ रही है। इस गाड़ी को रेलवे प्रशासन बुक कर क्यों नहीं चला पा रहा है, इस संबंध में कोई स्पष्टीकरण भी नहीं दिया गया है।
बिलासपुर से कोरबा आती थी उसके 3 घंटे के बाद कोई गाड़ी नहीं :
इस गाड़ी के बुक होकर चलने से न केवल यहां से जाने वाले यात्रियों को फायदा हो रहा था, वरन बिलासपुर से वापसी में में भी राहत मिलती थी। क्योंकि यह गाड़ी जिस समय बिलासपुर से कोरबा आती थी उसके 3 घंटे के बाद कोई गाड़ी नहीं होती है। अब दोपहर 2.50 की स्पेशल पैसेंजर (शिवनाथ रैक) को बंद कर दिया है, जिसके कारण इस गाड़ी की आवश्यकता महसूस की जाने लगी है। हालांकि यह गाड़ी सातों दिन नहीं है, फिर भी सप्ताह के दो दिन चलने से राहत जरूर मिलती।
इसलिए खाली चला रहे कोचुवेलि सुपरफास्ट का रैक इन कोरबा-बिलासपुर-कोरबा के बीच खाली इसलिए चला रहे हैं, क्योंकि कोविड-19 के बाद कोल डिस्पैच का आंकड़ा बढ़ा है। रेलवे प्रशासन की माने तो कोयले कि डिमांड देश में बढ़ने के लिए अधिक से अधिक रैक कोयला कोरबा से भेजना पड़ रहा है। इसके लिए यात्री ट्रेन को प्रभावित करना पड़ रहा है। ऐसे में कोचुवेलि सुपरफास्ट का रूटीन में शेड्यूल नहीं होने के कारण इस गाड़ी को सेकेंडरी मेंटनेंस के लिए खाली भेजकर समय बचाया जा रहा है, जिसमें मालगाड़ी को चला रहे हैं।
अप व डाउन दोनों दिशा के यात्री परेशान :
त्रिवेंद्रम 12.20 घंटा लेट शनिवार की अल सुबह 3 बजे कोरबा आने वाली कोचुवेलि सुपरफास्ट (त्रिवंेद्रम) एक्सप्रेस 12.30 घंटा देरी से दोपहर 3.30 बजे पहुंची। यहां से सेकेंडरी मेंटेनेंस के लिए बिलासपुर भेजी गयी यह गाड़ी कोरबा आते आते इतनी विलंब हो गई कि वापसी में भी 12.20 घंटा लेट हो गई है। यह गाड़ी शनिवार की रात 7.40 बजे वापसी कोचुवेलि के लिए रवाना होती है, लेकिन विलंब से अगले दिन रविवार की सुबह 8 बजे रवाना हो पायी। अप व डाउन दोनों दिशा के यात्री परेशान हुए। विलंब का कारण कोचुवेलि से ही 9.28 घंटा लेट रवाना किया।
सेकेंडरी मेंटनेंस के लिए गाड़ी रेलवे चला रहा :
सुबह 5 बजे स्पेशल पैसेंजर बन कर जाती थी बिलासपुर स्टेशन कोचुवेलि -कोरबा सुपरफास्ट एक्सप्रेस कोविड-19 से पहले तक हफ्ते में दो दिन बुध व शनिवार को स्पेशल पैसेंजर बनकर बिलासपुर व बिलासपुर कोरबा आती थी।
सुबह 3 बजे कोरबा आने के बाद 5 बजे बुक होकर जाती थी और बिलासपुर से दोपहर 3.30 बजे बुक होकर कोरबा आती थी। इस बीच इस गाड़ी का सेकेंडरी मेंटनेंस होता था। लेकिन अभी सेकेंडरी मेंटनेंस के लिए इस गाड़ी को बिना बुक किए रेलवे चला रहा है। अगर इस गाड़ी को पहले की तरह बुक कर चलाया जाता है तो कम से कम सप्ताह में 2 दिन यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।