टिकरापारा में आरडीए अपने 45 साल पुराने 96 फ्लैट्स को तोड़कर अब बनाएगा नया
फैसला आरडीए के संचालक मंडल द्वारा लिया गया,आरडीए के संचालक सुभाष धुप्पड़ ने बताया कि इस प्रस्ताव का सभी ने अनुमोदन किया
रायपुर : आरडीए की टिकरापारा योजना में 45 साल पहले बने 96 फ्लैट्स को तोड़कर अब नए फ्लैट्स बनाए जाएंगे। यह फैसला आरडीए के संचालक मंडल द्वारा लिया गया। संचालक मंडल ने आरडीए टिकरापारा योजना में जर्जर हो चुके 96 फ्लैट्स के निवासियों को नए फ्लैट्स बना कर देने की सहमति हो जाने के बाद अब इसमें 1 बीएचके के 56 फ्लैट्स एवं 2 बीएचके के 112 फ्लैट्स का निर्माण किया जाएगा, जिसकी लागत 18.45 करोड रुपए होगी। आरडीए के संचालक सुभाष धुप्पड़ ने बताया कि इस प्रस्ताव का सभी ने अनुमोदन किया।
बकाया राशि का एकमुश्त भुगतान पर सरचार्ज राशि अब 2 नवंबर तक :
प्राधिकरण द्वारा योजनाओं में बकाया राशि का एकमुश्त भुगतान पर सरचार्ज राशि में छूट की अवधि को अब बढ़ाकर 2 नवंबर तक कर दिया है। राज्य़ शासन द्वारा कौशल्या माता विहार के लेआउट संशोधन (आर-8) के आधार पर बने कमर्शियल प्लॉट को निविदा के माध्यम से विक्रय का अनुमोदन किया गया। कौशल्या माता विहार में राज्य कैबिनेट द्वारा पत्रकारों को मकान खरीदने पर राज्य शासन द्वारा 15 प्रतिशत छूट के संबंध में जानकारी दी गई। आरडीए में अब किस्त जमा करने के लिए लाइन नहीं लगाना पड़ेगा। अब भुगतान प्रक्रिया ऑनलाइन कर दिया गया है।
तीन साल पहले 840 करोड़ था कर्ज :
संचालक मंडल में बताया कि तीन साल पहले आरडीए लगभग 840 करोड़ रुपए के कर्ज में था। इसमें सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, हड़को, निर्माण एजेंसियों के ठेकेदारों व एल एंड टी कंपनी का बड़ी राशि का भुगतान किया जाना था। संचालक मंडल के सभी सदस्यों और अधिकारियों के प्रयास से इसमें से अधिकांश कर्ज का भुगतान कर दिया गया है। आने वाले 3 माह में आरडीए पूरी तरह से कर्ज मुक्त हो जाएगा। प्राधिकरण में पहले की तरह की सरप्लस राशि व फिक्स डिपाजिट होने लगेगा।