माफिया की कमर तोड़ दी तो क्यों हो रहा है इनके पेट में दर्द : ब्रजेश पाठक
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
विधान परिषद में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के उद्बोधन के प्रमुख अंश
● समाज में जब एक नेता बनता है, तो उसके पीछे बड़ी लंबी प्रक्रिया होती है। लेकिन जब ठोकर खाकर वह गलत रास्ते पर चला जाता है तो आने वाली पीढियां भी उस पर दु:खी होती हैं। हमारे पूर्वज भी स्वर्ग में दुःखी होते हैं।
● आप लोहिया जी के बारे में पढ़ेंगे, बाबा साहब आंबेडकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल जी के बारे में पढ़ेंगे, तो जानेंगे कि इन सभी की एक ही चाहत थी…सबसे कमजोर आदमी के चेहरे पर मुस्कान।
● हमने सुना था मकान कब्जा करना, गाड़ी कब्जा करना, बिल्डिंग, ऑफिस कब्जा करना सुना था, लेकिन पार्टी कब्जा करने की घटना पूरी दुनिया में पहली बार इन लोगों (समाजवादी पार्टी) ने की। लोहिया जी भी आज स्वर्ग में बैठकर सोचते होंगे, क्या हो गया है हमारे वारिसों की।
● कांच पर अगर पारा चढ़ा दें तो वह आईना हो जाता है और अगर किसी को आईना दिखा दो तो उसका पारा चढ़ हो जाता है। हमारे समाजवादी साथी ऐसे ही हैं।
● इस प्रदेश में जब-जब समाजवादी पार्टी सत्ता में आई है, गुंडे, अपराधी, मवाली, माफिया, लुच्चे, लफंगे थानों पर कब्जा करके बैठे रहे हैं। इसका गवाह पूरा उत्तर प्रदेश रहा है।
● लखनऊ, प्रदेश की राजधानी है। समाजवादी पार्टी के अनुषांगिक संगठन लोहियावाहिनी के गुंडों ने हजरतगंज के सीओ को गाड़ी के बोनट पर टांग कर पूरे लखनऊ में घुमाया था। एसएसपी के बंगले में घुसा दिया था। और यह लोग लॉ एंड आर्डर की बात करते हैं!
● हमारे मुखिया माननीय मुख्यमंत्री जी ने माफिया की कमर तोड़ दी तो इनके पेट में दर्द क्यों हो रहा है। जो लोग माफिया के दम पर अपनी सरकारें चलाते थे, लोगों को डाइवर्ट करते थे, सत्ता पर कब्जा करते थे, उनको दर्द हो रहा है। इनको डाइजीन चाहिए। बदहजमी हो गई है।
● पहली बार उत्तर प्रदेश में कानून का राज स्थापित हुआ है। लोग योगी जी की कानून व्यवस्था को नजीर मान रहे हैं। अन्य राज्यों में भी बुल्डोजर चल रहा है।
● अपराधियों के द्वारा अवैध रूप से कमाई गई संपत्ति को जब्त कर जनता में विश्वास की भावना पैदा की गई। लोगों को लगता है कि कोई सरकार उनकी चिंता करने वाली है।
● आज अपराधी गले में तख्ती लगाकर सरेंडर कर रहे हैं। कह रहे हैं कि भइया हमें गिरफ्तार कर लो, हम अब अपराध नहीं करेंगे। आज जो जमीन मुक्त कराई जा रही है, उस पर गरीबों का आशियाना बन रहा है।
● सपा सरकार में इसी सदन के बाहर पचासों गाडियों में बंदूकधारी मौजूद रहते थे, आज कहाँ गुम हो गए, यह लोग। यह होता है कानून का राज।
● हम लोग छोटा-बड़ा, अपना-पराया, अमीर-गरीब नहीं देखते,जो गड़बड़ी करेगा उसे दंड मिलेगा। कार्रवाई भी ऐसी की पीढियां याद करेंगी।
● जो लोग अपराधियों को बचाने के लिए पैरवी करता हो, उनसे जनता की सुरक्षा की उम्मीद कैसे की जा सकती है।
● वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2021 में डकैती के मामलों में 73.94 प्रतिशत, लूट की घटनाओं में 65.88 प्रतिशत, हत्या के मामलों में 33.95 प्रतिशत तथा बलात्कार के अपराध में 50.66 प्रतिशत की कमी आयी।
● 2017 से पहले यहां निवेशक नहीं आते थे, 2017 में सरकार बनने के बाद इन्वेस्टर समिट में 4.68 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आये। आगामी 03 जून को प्रदेश की तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी होने जा रही है, जिसमें 75000 करोड़ से अधिक के नई निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारा जाएगा।
● वर्ष 2012-17 के बीच लोक सेवा आयोग का नाम एक जाति विशेष के नाम से प्रचलित हो गया था। आज हर भर्ती पारदर्शिता के साथ हो रही है।
● हमारे सरकार का मुख्य उद्देश्य गरीब कल्याण है। पहले की सरकारों में बिजली का रोस्टर एक सप्ताह दिन-एक सप्ताह रात का था। हमारी सरकार में 24×7 का सपना पूरा होता हुआ नजर आ रहा है। पहले ट्रांसफार्मर बदलने की कोई समय सीमा नहीं थी, आज तय समय सीमा में खराब ट्रांसफार्मर बदल जाता है।
● सभी 18 मंडल मुख्यालय पर अटल आवासीय विद्यालय स्थापित हो रहे हैं। यहां हमारे श्रमिक भाइयों के बच्चे पढ़ेंगे, निराश्रित बच्चों को शिक्षा मिलेगी।
● उत्तर प्रदेश में सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट में हमने 36 हजार करोड़ रुपये से 86 लाख किसानों के ऋण माफी की कार्यवाही हुई।
● आज किसानों को अपनी उपज की पूरी कीमत मिल रही है। उन्हें आजादी है जहां ज्यादा दाम मिले अपनी उपज बेंचें।
● चीनी के मामले में उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर है। हमारे पास अतिरिक्त चीनी है। वर्ष 2016-17 में प्रदेश में एथेनॉल का उत्पादन 43.25 करोड़ लीटर था, जो वर्ष 2020-21 में बढ़कर 107.21 करोड़ लीटर हो गया है, अब उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा एथेनॉल आपूर्तिकर्ता राज्य बन गया है।
● राज्य सरकार ‘एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज’ के लक्ष्य की पूर्ति के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है। वर्तमान में प्रदेश में 65 मेडिकल कॉलेज हैं, जिनमें 35 राज्य सरकार द्वारा एवं 30 निजी क्षेत्र द्वारा संचालित हैं। इसके अतिरिक्त, जनपद गोरखपुर व रायबरेली में एम्स भी संचालित हैं।
● वर्ष 2017-18 से वर्ष 2021-22 की अवधि में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की कुल 219.12 लाख मीट्रिक टन खरीद की गयी। इसके माध्यम से 46 लाख 47 हजार किसानों को लाभान्वित करते हुए 40 हजार 159 करोड़ रुपये का भुगतान कराया गया।
● 280.09 लाख मीट्रिक टन धान की कुल खरीद करते हुए 42 लाख 90 हजार 474 किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ दिलाया गया। इसके तहत किसानों को 50 हजार 420 करोड़ रुपये का भुगतान कराया गया।
● विगत पांच वर्षों में दशकों से लम्बित चल रहीं बाणसागर, अर्जुन सहायक, सरयू नहर सहित कुल 20 सिंचाई परियोजनाएं पूर्ण की गयी हैं जिनसे 21.42 लाख हे0 अतिरिक्त सिंचन क्षमता का सृजन किया गया। इससे प्रदेश के 44.72 लाख कृषक लाभान्वित हुए।
● यूपी को गड्ढों का प्रदेश कहा जाता था। आज यहां सबसे अच्छी सड़कें हैं। आज उत्तर प्रदेश सर्वाधिक एक्सप्रेस वे वाला प्रदेश बन रहा है.।
● 594 किमी लम्बी 06 लेन गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना का कार्य शुरू हो चुका है। सभी एक्सप्रेस-वे के किनारे इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर बनाया जा रहा है।