Bageshwar Dham In Chhattisgarh: पंडित धीरेंद्र शास्त्री आज एक हजार लोगों के लोगों को कराएंगे घर वापसी, हिंदू धर्म छोड़कर अपनाया था दूसरा धर्म
इस बीच रायपुर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री द्वारा आयोजित हनुमंत कथा में शनिवार को धर्मांतरित लोगों की घर वापसी का आयोजन किया गया
रायपुर, Bageshwar Dham In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बीच रायपुर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री द्वारा आयोजित हनुमंत कथा में शनिवार को धर्मांतरित लोगों की घर वापसी का आयोजन किया गया है |
कार्यक्रम में बीजेपी नेता और धर्मांतरित लोगों की वापसी के अभियान में लगे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव भी शामिल
प्रबल बीजेपी के कद्दावर नेता दिलीप सिंह जूदेव के बेटे हैं. प्रबल मंत्री लंबे समय से लोगों की घर वापसी के लिए काम कर रहे हैं।बीजेपी ने उन्हें विधानसभा के लिए चुनाउन्होंने चुनाव में उम्मीदवार भी बनाया था लेकिन वह जीत नहीं सके. आयोजकों ने बताया कि राजधानी के गुढ़ियारी इलाके में पांच दिवसीय हनुमंत कथा के आखिरी दिन एक हजार धर्म परिवर्तन करने वाले लोग घर लौटेंगे.
घर लौटने वालों को दिल से गले लगाएं: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
इससे पहले रायपुर में मीडिया से चर्चा के दौरान पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने धर्म परिवर्तन को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि गुमराह होकर अपना धर्म छोड़ चुके लोग अगर घर लौटना चाहते हैं तो समाज के लोगों को उन्हें स्वीकार करना चाहिए और दिल से अपनाना चाहिए. सिर्फ घर लौटना ही मकसद नहीं होना चाहिए. घर लौटकर उन्हें सनातन धर्म की शिक्षा देना। देश को जाति में मत बांटो, हर हिंदू का अपना हैइसे सनातनी ही कहिए. सनातन धर्म की रक्षा के लिए देश के सभी मंदिरों के पुजारियों को मंगलवार और शनिवार को बच्चों और युवाओं को धर्म के प्रति जागरूक कर सनातन धर्म की शिक्षा देनी चाहिए। भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए अपनी अंतरात्मा जगाएं।
धर्मांतरण रोकने के लिए हिंदुओं को जागरूक करें
पंडित शास्त्री ने कहा कि धर्मांतरण रोकने के लिए हिंदुओं को जागरूक होना होगा. इसके लिए वे स्वयं जशपुर से लेकर बस्तर के कोने-कोने तक श्रीराम कथा के माध्यम से हिंदुओं को जागरूक करेंगे। हिंदू राष्ट्र का वास्तविक अर्थ सनातन धर्म के मूल्यों का पालन करना है। एकता बनाए रखें, अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं, किसी का दिल न दुखाएंहवाले करना। अपने माता-पिता, गुरु, संतों के प्रति निष्ठा और सम्मान की भावना होनी चाहिए। हर किसी को जय हिंद, भारत माता की जय बोलने में शर्म नहीं करनी चाहिए।’ भारत को बचाना है तो गर्व से कहो हम सनातनी हैं।