Lal krishna Advani Bharat Ratna: लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न पुरस्कार, पीएम मोदी ने फोन कर दी बधाई
बीजेपी के संस्थापक चेहरों में से एक लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का ऐलान किया गया है. पीएम मोदी ने खुद एक्स पर पोस्ट कर इसका ऐलान किया.
नई दिल्ली,Bharat Ratna: भाजपा के वरिष्ठ नेता और देश के सातवें उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को पाकिस्तान के कराची में एक हिंदू सिंधी परिवार में हुआ था। 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में आडवाणी भारत के सातवें उपप्रधानमंत्री के पद पर रहे।
बीजेपी के संस्थापक चेहरों में से एक लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का ऐलान किया गया है
पीएम मोदी ने खुद एक्स पर पोस्ट कर इसका ऐलान किया. प्रधानमंत्री ने पोस्ट में कहा कि भारत के विकास में उनका योगदान यादगार है. उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से लेकर देश के उपप्रधानमंत्री के रूप में सेवा करने तक शुरू हुआ।
पीएम मोदी ने एक पोस्ट में कहा,
वह सबसे महान और सम्मानित सार्वजनिक नेता रहे हैं। भारत के विकास में उनका योगदान स्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से लेकर देश के उपप्रधानमंत्री के रूप में सेवा करने तक शुरू हुआ। उन्होंने गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में कार्य किया। लेकिन काम करते समय भी खुद को दूसरों से अलग रखें।उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय रहे हैं और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं।”
कौन हैं लाल कृष्ण आडवाणी?
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और देश के सातवें उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को पाकिस्तान के कराची में एक हिंदू सिंधी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम किशनचंद आडवाणी और माता का नाम ज्ञानी देवी है। उनके पिता पेशे से एक उद्यमी थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट पैट्रिक हाई स्कूल, कराची से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने डीजी नेशनल स्कूल, हैदराबाद, सिंध में दाखिला लिया।विभाजन के समय उनका परिवार पाकिस्तान छोड़कर मुंबई में बस गया। यहां उन्होंने बॉम्बे यूनिवर्सिटी के लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की। उनकी पत्नी का नाम कमला आडवाणी है। उनके बेटे का नाम जयंत अडवाणी और बेटी का नाम प्रतिभा अडवाणी है।
आडवाणी 2002 से 2004 के बीच
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारत के सातवें उप प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं। इससे पहले वह 1998 से 2004 के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में गृहमंत्री रह चुके हैं। वह उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी थी। 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता की भूमिका बखूबी निभाई है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जरिए अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। 2015 नें उन्हें भारत के दूसरे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था